नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने का न्योता दिया है। एनडीए संसदीय दल की बैठक में नेता चुने जाने के बाद शुक्रवार की शाम को मोदी ने राष्ट्रपति से मिल कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके बाद राष्ट्रपति ने उनको शपथ लेने का न्योता दिया। मुलाकात के बाद मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनको सरकार बनाने का न्योता दिया है और उन्होंने राष्ट्रपति को बता दिया है कि रविवार की शाम को शपथ हो सकती है। मोदी ने यह भी कहा कि शपथ से पहले वे मंत्रियों की सूची राष्ट्रपति को सौंप देंगे।
इससे पहले शुक्रवार की सुबह 11 बजे पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में एनडीए के सांसदों और नेताओं की बैठक शुरू हुई। इसमें एनडीए के 13 दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में भाजपा और अन्य घटक दलों के सभी चुने गए 293 सांसद, राज्यसभा सदस्य और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री मौजूद थे। बैठक में एनडीए के तमाम घटक दलों ने नरेंद्र मोदी के संसदीय दल का नेता चुना। इसके बाद एनडीए के नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपने समर्थन का पत्र सौंपा। बाद में शाम छह बजे प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति भवन गए, जहां राष्ट्रपति ने उनको सरकार बनाने का न्योता दिया।
दिन में एनडीए की बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वागत भाषण दिया। इसके बाद राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा। अमित शाह और नितिन गडकरी ने इसका समर्थन किया। इसके बाद एक एक करके सभी सहयोगी पार्टियों के नेताओं ने मोदी के नाम का प्रस्ताव किया। जनता दल यू के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, टीडीपी के नेता चंद्रबाबू नायडू, जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी आदि नेताओं ने अपनी पार्टियों की ओर से मोदी के नाम का प्रस्ताव किया।
बताया जा रहा है कि नरेंद्र मोदी रविवार, नौ जून को शाम छह बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री पद की तीसरी बार शपथ ले सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि मोदी के साथ पूरा मंत्रिमंडल शपथ ले सकता है। इससे पहले दिन में एनडीए की बैठक के बाद मोदी ने भाजपा के वरिष्ठ और बुजुर्ग नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से उनके घर जाकर मुलाकात की। मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की और उसके बाद वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने गए।
राष्ट्रपति की ओर से सरकार बनाने का न्योता मिलने के बाद मोदी ने कहा- 18वीं लोकसभा बनने जा रही है। 18 का बहुत महत्व है। 18वीं लोकसभा युवा और नई ऊर्जा और कुछ कर गुजरने वाली लोकसभा होगी। ये वो 25 साल हैं जो अमृतकाल के 25 साल हैं। हम उन सपनों को पूरा करने जा रहे हैं। 18वीं लोकसभा इन सबका पड़ाव है। उन्होंने कहा- हमें देश की तीसरी बार सेवा करने का मौका दिया है। मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मैं विश्वास दिलाता हूं कि पिछले दो टर्म में देश जिस गति से आगे बढ़ा, समाज के हर वर्ग में परिवर्तन साफ साफ देखा जा सकता है।