नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के 24 घंटे के अंदर नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुन लिया गया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत नहीं मिलने के बाद एनडीए के सहयोगियों को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं लेकिन बुधवार की शाम को चार बजे प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में एक राय से मोदी को नेता चुन लिया गया। एक घंटे तक चली इस बैठक में टीडीपी के नेता चंद्रबाबू नायडू और जनता दल यू के नेता नीतीश कुमार भी शामिल हुए। भाजपा के बाद सबसे ज्यादा सांसद इन दो पार्टियों के पास हैं।
बहरहाल, प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में 16 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए। जानकार सूत्रों के मुताबिक, बैठक में तय किया गया कि एनडीए के सभी सांसदों की बैठक सात जून को होगी। उसमें नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुना जाएगा। उससे पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक होगी, जिसमें मोदी को नेता चुना जाएगा। एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद मोदी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिल कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। बताया जा रहा है कि शनिवार, आठ जून को मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
उससे पहले एनडीए के सभी घटक दलों से भाजपा के नेता बातचीत करेंगे। बताया जा रहा है कि राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा को सभी सहयोगी दलों के साथ एक एक करके बात करने और नई सरकार के स्वरूप पर चर्चा करने की जिम्मेदारी दी गई है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के जादुई आंकड़े यानी 272 से 32 सीटें कम हैं। हालांकि एनडीए ने 292 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। गठबंधन में भाजपा के बाद सबसे ज्यादा चंद्रबाबू की तेलुगू देशम पार्टी को 16 सीटें हैं और नीतीश की जदयू 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है।
प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक के बाद तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा- बैठक अच्छी रही। हम एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़े तभी आज मीटिंग में शामिल हुए। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा- आप लोगों को क्यों शक है? अगर हम गठबंधन का हिस्सा नहीं होते तो साथ मिलकर चुनाव कैसे लड़ते। हम साथ रहे, तीन पार्टियों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा। जदयू के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा कि वे एनडीए के साथ हैं और साथ ही उन्होंने लालू प्रसाद पर उनके परिवारवाद को लेकर हमला भी बोला।
बहरहाल, बुधवार को हुई बैठक में नरेंद्र मोदी के साथ भाजपा की ओर से राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा शामिल हुए। इनके अलावा टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू, जदयू के नीतीश कुमार, ललन सिंह और संजय झा, लोजपा के चिराग पासवान, जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी, शिव सेना के एकनाथ शिंदे, जनसेना पार्टी के पवन कल्याण, रालोद के जयंत चौधरी, असम गण परिषद के अतुल बोरा, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के नेता जीतन राम मांझी, अपना दल की अनुप्रिया पटेल, एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल, आजसू के सुदेश महतो आदि शामिल हुए।