भुवनेश्वर। ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी ने अपना पहला मुख्यमंत्री आदिवासी समाज के मोहन चरण माझी को चुना है। पहली बार पूर्ण बहुमत पाकर अपनी सरकार बनाने जा रही भाजपा ने मंगलवार को विधायक दल की बैठक में मोहन माझी को नेता चुना। केंद्रीय पर्यवेक्षकों, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वन व पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें मोहन माझी को नेता चुना गया। वे बुधवार को मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे। छत्तीसगढ़ के बाद वे दूसरे आदिवासी नेता हैं, जिनको भाजपा शासित राज्य का मुख्यमंत्री चुना गया है।
मोहन माझी के साथ दो उप मुख्यमंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी। भाजपा की महिला विधायक प्रभाती परीदा उप मुख्यमंत्री बनेंगी। उनके अलावा राज परिवार से आने वाले कनक वर्धन सिंहदेव को भी उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव ने पार्टी विधायकों के साथ भुवनेश्वर में हुई बैठक में तीनों के नाम की घोषणा की। शपथ ग्रहण समारोह 12 जून को होगा। मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्रियों के साथ कुछ और मंत्रियों को भी राज्यपाल रघुवर दास शपथ दिलाएंगे।
मोहन चरण माझी क्योंझर विधानसभा सीट से चार बार के विधायक हैं। उन्होंने इस बार के चुनाव में बीजू जनता दल की वीणा माझी को 11 हजार से ज्यादा वोटों से हराया। इससे पहले वे 2019, 2009 और 2000 में भी विधायक रह चुके हैं। उप मुख्यमंत्रियों में कनक वर्धन सिंहदेव बोलांगीर जिले के पटनागढ़ से और प्रभाती परीदा पुरी की निमापारा सीट से जीत कर विधायक बनी हैं। कनक वर्धन सिंहदेव बोलांगीर के राजपरिवार से ताल्लुक रखते हैं। वे बीजद और भाजपा की गठबंधन सरकार में दो बार मंत्री रहे हैं और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
गौरतलब है कि ओडिशा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहली बार बहुमत हासिल किया है और अपनी सरकार बनाने जा रही है। राज्य की 147 विधानसभा सीटों में से भाजपा को 78 सीटें मिली हैं। वहीं, नवीन पटनायक की बीजू जनता दल को 51, कांग्रेस को 14, सीपीएम को एक और अन्य को तीन सीटों पर जीत मिली है। ओडिशा में नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण 12 जून को भुवनेश्वर के जनता मैदान में शाम पांच बजे होगा। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। उनके अलावा कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री भी शपथ समारोह में शामिल होंगे। नए मुख्यमंत्री के शपथ समारोह के लिए 12 जून को दोपहर एक बजे के बाद भुवनेश्वर में राज्य सरकार के सभी कार्यालय और अदालतों को आधे दिन की छुट्टी देने का ऐलान किया गया है।