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मणिपुर पर राजनीति शर्मनाक-शाह

नयी दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा कि मैं विपक्ष की बात से सहमत हूं कि मणिपुर में हिंसा का तांडव हुआ है लेकिन शर्म की बात है जो उन घटनाओं पर राजनीति हो रही है।उस पर राजनीति करना उससे भी शर्मनाक है।

उन्होने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण को लेकर कांग्रेस सहित विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत सरकार ने देश के करोड़ों गरीबों के जीवन में नई आशा का संचार किया है, जनता को उन पर पूरा भरोसा है तथा विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव केवल और केवल भ्रांति खड़ी करने के लिए लाया गया है।उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने नारा दिया है, भ्रष्टाचार ‘क्विट इंडिया’, परिवारवाद ‘क्विट इंडिया, तुष्टीकरण ‘क्विट इंडिया’।’’

विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ‘‘ विपक्षी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) का चरित्र है सत्ता के लिए भ्रष्टाचार करना जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का चरित्र है सिद्धांतों के लिए राजनीति करना।उन्होंने कहा, ‘‘ मैं पूरे देश में घूमा हूं, कहीं भी सरकार के खिलाफ अविश्वास की हल्की सी झलक भी नहीं दिखी। मैं इस सदन के माध्यम से पूरे देश की जनता को बताना चाहता हूं कि आजादी के बाद किसी एक नेता में जनता ने सबसे अधिक विश्वास दिखाया है तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।’

पीएम मोदी नौ साल में 50 से ज़्यादा बार नॉर्थ-ईस्ट गए. पीएम मोदी ने नॉर्थ-ईस्ट से दिल से दूरी कम करने का काम किया है। नॉर्थ-ईस्ट में शांति काग़ज़ी नहीं है बल्कि इसके पीछे रणनीति और मेहनत है।आपके (यूपीए) समय में नॉर्थ ईस्ट के आठों राज्य आग की लपटों में रहते थे।उन्होने बताया कि 29 अप्रैल 2023 को अफ़वाह फैल गई कि जंगल गांव घोषित किया गया जिससे एक अनरेस्ट हुआ। आग में तेल डालने का काम हाई कोर्ट के फ़ैसले ने किया कि 29 अप्रैल से पहले मैतेई लोगों को ट्राइबल घोषित कर दिया जाए। इसके बाद दंगे शुरू हो गए।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को मणिपुर के वायरल वीडियो पर भी बात की।अमित शाह ने कहा, “चार मई के दुर्भाग्य दिन की ये घटना थी. दुनिया में किसी भी महिला के साथ ऐसी घटना होना बहुत दुखद है।”उन्होंने कहा, “चार मई का वीडियो संसद सत्र के एक दिन पहले ही क्यों आया, ये भी सवाल उठा। अगर किसी के पास वीडियो था तो उसे पुलिस को देना चाहिए था। सार्वजनिक करना चाहिए था। कम से कम उस महिला के सम्मान की तो सोचना चाहिए। अगर ये वीडियो चार को ही मिलता तो पांच मई तक उस मामले में कार्रवाई हो जाती।

शांति के लिए किये गए प्रयासों के बारे में उन्होंने कहा, “मैं मणिपुर में तीन दिन और तीन रात रहा। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद 23 दिन तक वहां रहे।उन्होंने कहा कि 36,000 पैरा मिलिट्री सुरक्षाबल मैतेई और कुकी इलाकों के बीच बफर जोन में है। राज्य में यूनीफ़ाइड सुरक्षा कमांड बनाई गई है।

By NI Desk

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