तेल अवीव। इजराइल और हमास की जंग के बीच संयुक्त राष्ट्र संघ के लिए राहत अभियान चलाना भी मुश्किल हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान जारी करके कहा है कि गाजा में कानून व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो गई है चारों तरफ अराजकता है। गाजा में रह रहे हजारों फिलस्तीनी यूनाइटेड नेशंस रिलीफ एंड वर्क एजेंसी के वेयरहाउस और डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर में घुस गए और जरूरत की चीजें लूट कर ले गए।
संयुक्त राष्ट्र के राहत केंद्र में रोजमर्रा की जरूरत की सामग्री रखी हुई थी। लोग वहां से रोजाना इस्तेमाल होने वाली चीजें जैसा आटा लेने जमा हुए थे। अंदर घुसने के बाद लोगों ने सामान की लूट मचा दी। संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा- ये चिंता की बात है। गाजा में स्थानीय शासन फेल हो गया है। नागरिक व्यवस्था टूटने लगी है।
इस बीच अमेरिकी कारोबारी इलॉन मस्क ने अमेरिका की प्रतिनिधि अलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कोर्टेज के एक सोशल मीडिया पोस्ट पर जवाब देते हुए गाजा को इंटरनेट देने की घोषणा की थी। पोस्ट में लिखा था- 22 लाख की आबादी के लिए संचार के साधन बंद करना अप्रत्याशित है। पत्रकार, चिकित्साकर्मी, मानवाधिकार कार्यकर्ता और बेकसूर लोग खतरे में हैं। इस पोस्ट पर मस्क ने इंटरनेट देने की घोषणा की। लेकिन इजराइल ने इसका विरोध किया है। इजराइल के संचार मंत्री श्लोमो करही ने मस्क की घोषणा का विरोध किया। उन्होंने कहा- इसे रोकने के लिए इजराइल अपने सभी साधनों का उपयोग करेगा। हमास इसका इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए करेगा।