चंडीगढ़। हरियाणा और पंजाब की सीमा पर मंगलवार को दिन भर पुलिस और किसानों के बीच संघर्ष हुआ। दिल्ली कूच कर रहे किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे और रबर की गोलियां चलाईं। शंभू बॉर्डर पर किसानों पर लाठी चलाए जाने की भी खबर है, जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। सोमवार को केंद्र सरकार के मंत्रियों से बातचीत में समझौता नहीं होने के बाद किसानों ने मंगलवार को दिल्ली कूच किया। लेकिन उनको हरियाणा की सीमा पर रोक दिया गया।
दिन भर के संघर्ष के बाद शाम को किसानों ने खुद ही संघर्षविराम कर दिया और कहा कि बुधवार को फिर से वे दिल्ली कूच का प्रयास करेंगे। संघर्षविराम करते हुए किसान नेताओं ने सीमा पर जमा हुआ किसानों की चिंता जताई और बताया कि पुलिस की कार्रवाई में उनके 60 से ज्यादा साथी घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि रबर की गोलियां चला कर और आंसू गैस के गोले छोड़ कर पुलिस किसानों को उकसा रही है।
इस बार किसानों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने बाद में मीडिया से बात करते हुए कहा- हमने कहा है कि हम इस देश के किसान हैं और हम लड़ना नहीं चाहते हैं। हम न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं और साथ ही स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग कर रहे हैं। इन दोनों के लिए सरकार ने हामी भरी थी।
बहरहाल, मंगलवार को प्रदर्शन रोकने के बाद किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने कहा- केंद्र ने एक भी मांग नहीं मानी। जब तक मुद्दे हल नहीं होंगे, तब तक आंदोलन चलता रहेगा। आज शाम होने की वजह से हम आंदोलन रोक रहे हैं। कल फिर दिल्ली के लिए कूच करेंगे। इस बीच हरियाणा के सात जिलों अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में इंटरनेट पर लगी पाबंदी बढ़ाकर 15 फरवरी रात 12 बजे तक कर दी गई है।
इससे पहले मंगलवार को किसानों के दिल्ली चलो मार्च को दिल्ली के आसपास की सीमा पर रोकने के चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे। पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की गई तो पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़े। हालांकि हरियाणा में कई जगहों पर किसानों ने बैरिकेड हटा दिए। हरियाणा के सात जिलों के साथ साथ राजस्थान के तीन जिलों में इंटरनेट बंद कर दी गई है। इसके अलावा 15 जिलों में धारा 144 लागू है। हरियाणा और दिल्ली का सिंघु टिकरी बॉर्डर और यूपी से जुड़ा गाजीपुर बॉर्डर सील कर दिया गया है। राजधानी दिल्ली में एक महीने के लिए धारा 144 भी लागू कर दी गई। गौरतलब है कि किसानों वे 2020-21 के आंदोलन में दिल्ली की सीमा पर एक साल तक डेरा डाले रखा था।
बहरहाल, किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पहले से ही दिल्ली की सीमा पर सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली आने वाले सभी बॉर्डर को सील कर दिया गया है। सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। वहां पुलिस ने कंटीले तारों के अलावा बैरिकेड, सीमेंट के बड़े-बड़े ब्लॉक, कंटेनर और दूसरे अवरोधक भी लगाए हैं। सिंघु बॉर्डर पर पुलिस ने कंट्रोल रूम बनाने के अलावा सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं। ड्रोन की मदद से इलाके की निगरानी भी की जा रही है।