नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से भारत के कारोबारियों के बारे में बड़ा खुलासे कर रहे ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ ने दावा किया है कि खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू को अमेरिका में मारने की साजिश रची गई थी, जिसे नाकाम कर दिया गया। अखबार ने दा किया है कि अमेरिकी सरकार ने भारत के इस साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है। साथ ही भारत को चेतावनी जारी की है। हालांकि, यह घटनाक्रम किस समय का है उसके बारे में रिपोर्ट में कुछ कहा गया है। ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ के मुताबिक, अमेरिका ने भारत को राजनयिक चेतावनी भी दी थी।
अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले से जुड़े अधिकारियों ने ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ से कहा कि अमेरिकी अधिकारियों ने अमेरिकी धरती पर एक सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश को नाकाम किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि कथित तौर पर यह साजिश भारत की ओर से रची जा रही थी और इसके जरिए पन्नू को निशाना बनाया जाना था। यह भी कहा गया है कि साजिश में शामिल एक कथित आरोपी के खिलाफ न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में सीलबंद केस दायर किया गया है। लेकिन आरोपी कौन है और आरोप क्या हैं यह लिफाफा खुलने पर पता चलेगा।
बताया गया है कि अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट फिलहाल इस बात पर बहस कर रहा है कि इस सीलबंद केस को अभी खोला जाए और आरोपों को सार्वजनिक किया जाए या आतंकी निज्जर की हत्या की जांच पूरी होने के बाद खोला जाए। गौरतलब है कि इस साल जून में कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई थी। उसकी हत्या का आरोप कनाडा ने भारत पर लगाया है। भारत ने इस आरोप को खारिज किया है।
बहरहाल, ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक, जून में वैंकूवर में मारे गए सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद अमेरिका ने कुछ सहयोगियों को पन्नू की हत्या की साजिश के बारे में जानकारी दी थी। अखबार के मुताबिक, जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वॉशिंगटन की यात्रा के बाद अमेरिका ने इसका विरोध किया था।