वायनाड। केरल के वायनाड ज़िले में भारी बारिश के कारण हुए भयानक भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 60 हो गई है। मंगलवार सुबह मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन (Landslide) हुआ, जिसमें मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए। मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है और भारी बारिश (Heavy Rains) के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने प्रभावित इलाकों में दमकल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमों को तैनात किया है। एक अन्य NDRF टीम वायनाड के रास्ते में है। कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी बचाव प्रयासों में सहायता करने के निर्देश दिए गए हैं।
राहत कार्य जारी
वायनाड की जिलाधिकारी मेघाश्री डी आर ने बताया कि प्रभावित इलाकों में आपदा राहत कार्य जारी है और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), दमकल विभाग, पुलिस तथा वन, राजस्व एवं स्थानीय स्वशासित विभाग बचाव अभियान संचालित कर रहे हैं। भारतीय सेना भी बचाव अभियान में शामिल हो गई है।
जिलाधिकारी के अनुसार, सरकारी एजेंसियों के साथ ही स्वयंसेवी और स्थानीय निवासी भी बचाव अभियान में मदद कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि करमन्थोडु नदी पर बाणासुर सागर बांध के द्वार खोल दिए गए हैं और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। केरल सीएम पिनराई विजयन ने उनके कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा कि राज्य के मंत्री बचाव गतिविधियों का नेतृत्व करने के लिए पहाड़ी जिले में पहुंचेंगे और अभियान को लेकर समन्वय स्थापित किया जाएगा।
वायनाड जिले में भूस्खलन (Landslide) और अन्य वर्षाजनित आपदाओं के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। बयान में कहा गया है कि लोगों को आपातकाल में मदद के लिए दो Helpline Numbers भी शुरू किए गए हैं। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने कहा है कि अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है और NDRF की एक अन्य टीम वायनाड के लिए भेजी गई है।
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