नई दिल्ली। इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग में दुनिया भर के देशों के साथ साथ भारत ने भी इजराइली हमले का शिकार हो रहे गाजा के लोगों के लिए मदद भेजी है। भारत ने मिस्र के रास्ते गाजा के लिए मानवीय मदद भेजी है। विदेश मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी दी है। गौरतलब है कि सात अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला किया था और उसके बाद पिछले 16 दिन से इजराइल लगातार गाजा पर बम बरसा रहा है। उसकी सेना जमीनी हमले के लिए भी तैयार है।
भारत ने हमास के हमले को आतंकवादी हमला बताते हुए उसकी आलोचना की थी लेकिन साथ फिलस्तीन के स्वतंत्र व संप्रभु राष्ट्र के अधिकार का समर्थन किया था। पिछले 16 दिन में इजराइल ने गाजा के उत्तरी हिस्से को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। वहां के करीब 12 लाख लोग इजराइल के अल्टीमेटम के बाद से पलायन कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में दुनिया के दूसरे देशों के साथ साथ भारत ने भी मदद का हाथ बढ़ाया और मानवीय सहायता भेजी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सोशल मीडिया में पोस्ट करके कहा कि भारत गाजा के लोगों के लिए मदद भेज रहा है। गाजा के लिए भेजी गई मदद में जरूरी जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता सुविधाएं, पानी को शुद्ध करने वाली टैबलेट सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं। इससे पहले शनिवार से ही गाजा के लिए मानवीय मदद पहुंचनी शुरू हो गई है। गाजा में मानवीय मदद पहुंचाने के लिए मिस्र की तरफ से राफा बॉर्डर खोला गया है।
मीडिया की खबरों के मुताबिक मिस्र से युद्धग्रस्त गाजा में मानवीय सहायता ले जाने वाले ट्रक शनिवार को राफा बॉर्डर से गुजरने शुरू हो गए। अमेरिका, इजराइल, मिस्र और संयुक्त राष्ट्र की बातचीत के बाद, मिस्र और गाजा के बीच राफा क्रॉसिंग प्वाइंट को दो हफ्ते में पहली बार शनिवार को खोल दिया गया। इससे गाजा के लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाई जा रही है। अमेरिका की मध्यस्थता में हुए समझौते के तहत, शनिवार को मिस्र के रेड क्रिसेंट से फिलस्तीनी रेड क्रिसेंट संगठन तक मदद पहुंचाने के लिए सिर्फ 20 ट्रकों को ही राफा बॉर्डर पार करने की इजाजत दी गई थी। वहां के हालात को देखते हुए यह मदद बहुत कम है।