तेल अवीव। इजराइल पर हमास के हमले के 20 दिन बाद अब अमेरिका ने हमास पर नई पाबंदियां लगाई हैं और साथ ही सीरिया में ईरान के हथियार और गोला-बारूद के ठिकानों पर हमला किया है। अमेरिका के लड़ाकू विमानों ने इन ठिकानों पर हवाई हमला किया है। इससे पहले अमेरिका के वित्त विभाग ने हमास पर नई पाबंदियों का ऐलान किया। इनके जरिए ईरान में रहने वाले हमास के एक सीनियर व्यक्ति और ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के पदाधिकारियों को निशाना बनाया गया है। अमेरिका ने पाबंदियों के बावजूद हमास को मदद पहुंचा रहे लोगों को भी लक्षित किया है।
हमास पर नई पाबंदियों के अलावा अमेरिका ने शुक्रवार को सीरिया में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के ठिकानों पर हवाई हमला किया। इससे पहले ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों ने अमेरिकी फौज के ऊपर हमला किया था। अमेरिका ने अपनी जवाबी कार्रवाई को इराक और सीरिया में उसकी सेना पर हुए हमले का बदला बताया। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि इस हमले का आदेश राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दिया था। अमेरिका ने यह मैसेज दिया है कि वो अपनी सेना पर हमलों को बरदाश्त नहीं करेगा। अमेरिकी वायु सेना ने शुक्रवार की सुबह साढ़े चार बजे के करीब इराक की सीमा से सटे सीरिया के शहर पर हमला किया, जहां रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स और ईरान समर्थित आतंकवादियों के ठिकाने हैं।
इस बीच जंग के 21 दिन हो गए हैं और इजराइल ने भी हमला तेज कर दिया है। इजराइली सेना ने गुरुवार रात को बताया कि उसने हमास के पांच सीनियर कमांडरों को मार गिराया है। इनमें हमास इंटेलीजेंस का डिप्टी हेड शादी बारूद भी शामिल है। वो इजराइल पर हमला करने वाले हमास के पॉलिटिकल विंग के लीडर याह्या सिनवार के साथ मिलकर काम करता था। दूसरी तरफ, हमास ने दावा किया है कि इजराइली हमले में 50 बंधकों की मौत हो गई। है। इसके पहले हमास ने दावा किया था कि 20 बंधक इजराइली हमले में मारे गए हैं। हमास की कैद में 220 बंधक है। उसने अब तक चार बंधकों को रिहा किया है।
हमास का कहना है कि जब तक सीजफायर नहीं होता तब तक बंधकों को नहीं छोड़ा जाएगा। दूसरी ओर एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल ने मध्यस्थता करवाने वाले कतर को बताया है कि वो बड़ी संख्या में बंधकों की रिहाई के लिए सौदा करने को तैयार है। हालांकि, इजराइल बंदियों के बदले हमास को क्या देगा इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। इस बीच यह भी खबर है कि लगातार दूसरे दिन इजराइल की फौज टैंक लेकर गाजा में घुसी और हमास के ठिकानों पर हमला किया। दूसरी ओर गाजा में बड़े पैमाने पर ईंधन का संकट हो गया है, जिसकी वजह से लोगों की जिंदगी पर असर पड़ रहा है। इजराइल ने गाजा में ईंधन की सप्लाई रोक रखी है, क्योंकि उसे डर है कि इसका इस्तेमाल हमास हमलों के लिए करेगा।