तेल अवीव। इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम की संभावना फिलहाल टल गई है। तीन बार में सात दिन के युद्धविराम के बाद एक बार फिर जंग छिड़ गई है। युद्धविराम के बाद दो दिन के भीतर दो सौ से ज्यादा फिलस्तीनी गाजा में मारे जा चुके हैं। इस बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि गाजा का प्रशासन फिलस्तीन को नहीं सौंपा जाएगा। इसका मतलब है कि इजराइल गाजा का प्रशासन अपने हाथ में रखना चाहता है।
इस बीच खबर है कि इजराइली सेना ने अल-अक्सा मस्जिद के इमाम शेख इकरीमा साबरी के घर छापा मारा। शेख साबरी यरूशलम में सुप्रीम इस्लामिक काउंसिल के प्रमुख भी हैं। जंग की वजह भी अल-अक्सा मस्जिद है। सात अक्टूबर के हमले के बाद हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- इजराइल पर हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
उधर गाजा के स्कूलों में हेपेटाइटिस-ए फैल रहा है। ये लीवर से जुड़ी बीमारी है और गंदा पानी पीने से फैलती है। एक अन्य घटनाक्रम में शनिवार देर रात पेरिस में एफिल टावर के पास एक फिलस्तीनी समर्थक ने चाकूबाजी की घटना को अंजाम दिया। इसमें एक जर्मनी के पर्यटक की मौत हो गई। जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। अमेरिकी अखबार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक हमलावर गाजा समेत पूरी दुनिया में हो रही मुस्लिमों की मौत पर नाराज था। पुलिस ने कहा है कि उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है।
इस बीच इजराइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि वो जंग खत्म होने के बाद फिलस्तीनी हुकूमत को गाजा का शासन नहीं सौंपेंगे। नेतन्याहू का कहना है की फिलस्तीनी हुकूमत इजराइल के अस्तित्व को इनकार करती है। उन्होंने ये भी कहा है कि जब तक हमास पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता हम जंग जारी रखेंगे। इससे पहले शनिवार को कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि बहुत जल्दी दोबारा युद्धविराम हो सकता है। हालांकि, देर रात इजराइल ने साफ कर दिया कि हमास ने महिलाओं और बच्चों की रिहाई का वादा पूरा नहीं किया। इसलिए कतर की राजधानी दोहा से बातचीत करने वाली टीम को वापस इजराइल बुला लिया गया है।