राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

हमास के तीन सौ ठिकाने नष्ट

तेल अवीव। इजराइल और हमास की जंग के 46 दिन हो गए हैं। डेढ़ महीने की जंग के बाद अब दोनों के बीच चार दिन का युद्धविराम हुआ है। युद्धविराम गुरुवार से लागू होना था लेकिन इजराइली सेना की ओर से कहा गया है कि शुक्रवार से पहले इसे लागू करना मुश्किल होगा। इस युद्धविराम के तहत चार दिन 50 इजराइली बंधकों को रिहा किया जाएगा। बदले में इजराइल भी डेढ़ सौ फिलस्तीनियों को रिहा करेगा।

इस बीच इजराइली सेना ने दावा किया है कि उसके सैनिकों ने पिछले 24 घंटे में हमास के तीन सौ ठिकाने तबाह किए हैं। वहीं, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुफिया एजेंसी मोसाद को पूरी दुनिया में हमास के आतंकियों को ढूंढने के आदेश दिए हैं। उन्होंने गाजा में चल रहे ऑपरेशन को बढ़ाते हुए ये आदेश दिया है। उन्होंने कहा- हमास के आतंकवादी जहां कहीं भी हों उन्हें पकड़ा जाना चाहिए। गौरतलब है कि हमास के ज्यादातर कमांडर कतर और बेरूत में रहते हैं।

बहरहाल, गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा अस्पताल पर बमाबारी और जमीनी अभियान चला कर उसे लगभग पूरी तरह से नष्ट करने के बाद अब उसके निदेशख मोहम्मद अबु सालमिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। अस्पताल के अधिकारियों ने यह जानकारी न्यूज एजेंसियों को दी है। उन्होंने बताया कि सालमिया के अलावा कई वरिष्ठ डॉक्टरों को भी गिरफ्तार किया गया है। इजराइल की न्यूज एजेंसी कान ब्रॉडकास्टर ने बताया कि शिन बेत और इजराइल की खुफिया एजेंसियां इनसे पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि अबु सालमिया को सेना ने गाजा के दक्षिणी हिस्से की तरफ जाते वक्त पकड़ा था। हालांकि, सेना ने अब तक गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है।

इस बीच खबर है कि युद्धविराम समझौते के बाद गुरुवार को होने वाली बंधकों की अदला-बदली को टाल दिया गया है। ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ के मुताबिक, नेतन्याहू सरकार के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। दरअसल, बुधवार को घोषणा की गई थी कि करार की शुरुआत गुरुवार को होगी। हालांकि, बाद में एक अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार से पहले ऐसा कर पाना नामुमकिन है। बताया गया है कि समझौते के दस्तावेजों पर दस्तखत नहीं हुए हैं। इसलिए इस समझौते को रोक दिया गया है।

Tags :

By NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *