तेल अवीव। हमास द्वारा बंधक बनाई गई एक महिला सैनिक की मौत पर इजराइल और हमास ने अलग अलग दावा किया है। हमास ने कहा कि इजराइल की बमबारी में एक बंधक महिला की मौत हुई है, जबकि इजराइल का कहना है कि इजराइली हमले में सिर्फ हमास के लड़ाके मारे गए थे। महिला बंधकों को मामूली चोट लगी थी। इजराइल का दावा है कि महिला बंधकों को हमास के लड़ाकों ने मारा है। गौरतलब है कि हमास ने 220 इजराइली बंधक बना रखे हैं। इनमें से एक महिला सैनिक का शव मिला है।
इस बीच अल शिफा अस्पताल के बाद अब इजराइली सेना ने गाजा में एक और अस्पताल को चारों और से टैंकों से घेर लिया है। इसका नाम इंडोनेशिया अस्पताल है, इसे इंडोनेशिया की मदद से बनाया गया था। ‘अलजजीरा’ के मुताबिक इजराइली हमले में अस्पताल का सर्जरी रूम पूरी तरह से तबाह हो चुका है, कुछ डॉक्टरों और मरीजों की भी मौत हुई है। इजराइली टैंकों के कुवैत के एक स्कूल पर भी हमले की जानकारी मिली है।
अस्पतालों पर हमले के बीच इजराइल ने अल शिफा अस्पताल के नीचे एक सुरंग की फुटेज भी जारी की है। ये सुरंग 55 मीटर की बताई गई है। वीडियो में एक इजराइली सैनिक सुरंग में उतरता दिख रहा है। इजराइली सेना के मुताबिक सुरंग में छिपकर गोली चलाने के लिए एक होल भी है। यहां से हमास के लड़ाके अटैक कर रहे थे। हमास ने इस दावे को गलत बताया है। हमास ने कहा है कि जिस बंधक इजराइली महिला सैनिक की लाश अल शिफा अस्पताल के पास मिली है वो इजराइली बमबारी में मारी गई थी। वहीं, इजराइल ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि बमबारी में सिर्फ हमास लड़ाका मारा गया था, महिला बंधकों को मामूली चोट आई थी, हमास लड़ाकों ने बाद में उसका कत्ल किया।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने बताया है कि अल शिफा अस्पताल में 31 प्रीमैच्योर बच्चों को निकालकर दक्षिणी गाजा के राफा में शिफ्ट कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक इन बच्चों के साथ न तो इनके माता-पिता हैं और न ही कोई परिजन है। उनके परिजनों को ढूंढ़ने की कोशिश की जा रही है। सभी नवजातों को राफा से मिस्र ले जाया जाएगा। गौरतलब है कि करीब एक हफ्ते से इजराइली सेना अल शिफा अस्पताल में कार्रवाई कर रही है। इजराइल का दावा है कि हमास ने अस्पताल में इजराइली बंधकों को छिपाकर रखा था।