राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

अस्पताल कैम्पस में घुसी इजराइली सेना

तेल अवीव। हमास के हमले के बाद शुरू हुई इजराइल-हमास जंग के 40 दिन हो गए हैं और अब लग रहा है कि इजराइल निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है। उसने दावा किया है कि गाजा पर उसका पूरी तरह से कब्जा हो गया। इजराइली सेना की ओर से कहा गया है कि उसने गाजा पर कब्जा कर लिया है और हमास के लड़ाके अब सुरंगों में छिपे हुए हैं। इस बीच जमीनी लड़ाई के दौरान बुधवार को इजराइली सेना गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स के अंदर टैंक लेकर घुस गई।

संयुक्त राष्ट्र संघ के मुताबिक, अस्पताल के अंदर मरीजों, नवजात बच्चों और स्टाफ को मिलाकर करीब 23 सौ लोग फंसे हुए हैं। इजराइल का दावा है कि अल-शिफा अस्पताल के नीचे हमास का हेडक्वार्टर है। इजराइल ने हमास संगठन से सरेंडर करने को कहा है। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक बयान में इजराइल डिफेंस फोर्स यानी आईडीएफ ने कहा है- हमने अल-शिफा अस्पताल में कुछ चुनिंदा ठिकानों पर हमास के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया। हालांकि, अस्पताल के अंदर कितने सैनिक घुसे इसकी जानकारी सामने नहीं आई।

इजराइल ने कहा है कि वो गाजा के अल-शिफा अस्पताल के अंदर हमास के खिलाफ टारगेटेड ऑपरेशन चला रहा है। आईडीएफ ने एक बयान में कहा कि उन्होंने गाजा में संबंधित अधिकारियों को एक बार फिर बता दिया है कि अस्पताल के अंदर सभी सैन्य गतिविधियां 12 घंटे के भीतर बंद होनी चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस बीच इजराइल के रक्षा मंत्री ने मंगलवार को कहा- सेना का उत्तरी गाजा पट्टी पर पूरी तरह से कंट्रोल हो चुका है। हालांकि, हमास के लड़ाके जमीन के अंदर बनी सुरंग में छुपे हैं। हमने उन सुरंगों की पहचान कर ली है। इजराइल ने गाजा सिटी सेंटर और संसद पर भी कब्जा कर लिया।

गाजा में अब तक साढ़े 12 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। ‘टाइम्स ऑफ इजरायल’ की रिपोर्ट के मुताबिक- इजराइली प्रधानमंत्री जंग के बाद भी गाजा पर अपना कब्जा चाहते हैं। इसकी वजह से अरब देश अमेरिका से दूर होते जा रहे हैं। इस बीच खबर है कि इजराइल तीन दिन का युद्धविराम कर सकता है और इस बीच हमास 70 बंधकों को रिहा करेगा। हमास के कब्जे में 220 के करीब इजराइली बंधक हैं।

By NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *