तेल अवीव। गाजा के सबसे बड़े अल शिफा अस्पताल पर हमले के बाद इजराइल ने तीन अन्य अस्पतालों को घेर रखा है। हवाई हमले के बाद गाजा में जमीनी कार्रवाई कर रही इजराइल की सेना का कहना है कि इन अस्पतालों के नीचे हमास के अड्डे बने हैं। गौरतलब है कि इजराइल के हवाई हमले से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने अस्पतालों के परिसर में शरण ले रखी है। गौरतलब है कि इजराइल ने गुरुवार की देर रात अल शिफा अस्पताल पर हमला किया था, जिसमें 13 लोगों के मारे जाने की खबर है।
सात अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमास के हमले के बाद इजराइल की जवाबी कार्रवाई में गाजा में 11 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में बड़ी आबादी महिलाओं और बच्चों की हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन, डब्लुएचओ ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया है कि गाजा में हर 10 मिनट में एक बच्चे की मौत हो रही है। गाजा में मरने वाले 11 हजार लोगों में साढ़े चार हजार बच्चे हैं। दूसरी ओर इजराइल ने सात अक्टूबर को हमास के हमले में मरने वाले लोगों की संख्या घटा दी है। इजराइल के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि पहले 14 सौ लोगों के मारे जाने की जानकारी थी, लेकिन ये संख्या 12 सौ है।
बहरहाल, अल शिफा अस्पताल के पास हमले के बाद इजराइल ने तीन अस्पतालों को चारों तरफ से घेर रखा है। मरीज और स्टाफ अस्पताल में बंद हैं, जबकि बाहर इजराइल और हमास लड़ाकों के बीच मुठभेड़ हो रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली सेना ने जिन तीन अस्पतालों को घेरा है उनमें अल शिफा, अल कुद्स और इंडोनेशिया हॉस्पिटल शामिल हैं। इजराइल डिफेंस फोर्से, आईडीएफ ने दावा किया है कि इन अस्पतालों के नीचे हमास के कमांड सेंटर हैं। इजराइल ने कहा है कि अल शिफा अस्पताल के नीचे हमास इंटेलीजेंस का मेन क्वार्टर है। वो इसी पर बमबारी कर रहे हैं।
इस बीच ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने गाजा में हो रही हत्याओं के खिलाफ सभी मुस्लिम देशों से एक साथ आने की अपील की है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजराइल से युद्धविराम की अपील करते हुए कहा है कि गाजा में औरतों और बच्चों को मारना अब बंद किया जाना चाहिए। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मैक्रों के बयान पर आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने कहा है- गाजा में हो रही मौतों के जिम्मेदार हम नहीं, आईएसआईएस और हमास है। दुनिया को हमारी नहीं, इनकी आलोचना करनी चाहिए।