नई दिल्ली। ईरान के हमले के छह दिन बाद इजराइल ने पलटवार किया। भारतीय समय के अनुसार उसने शुक्रवार की सुबह छह बजे जवाबी कार्रवाई की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल ने ईरान के परमाणु ठिकाने वाले शहर इस्फहान को निशाना बनाया। ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ की रिपोर्ट के मुताबिक हमला ईरान के एयरबेस पर हुआ है। इसके अलावा इराक और सरिया में भी हवाई हमला हुआ है। गौरतलब है कि इस्फहान वह प्रांत है, जहां नतान्ज सहित ईरान के कई परमाणु ठिकाने हैं।
ईरान की एक न्यूज एजेंसी ने हमलों की एक तरह से पुष्टि करते हुए धमाकों की आवाज सुनाई देने की जानकारी दी। गौरतलब है कि शुक्रवार को ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई का 85वां जन्मदिन था। इजराइल ने हमले के लिए संभवतः इसलिए यह दिन चुना। उसने पहले कहा था कि उसे कहां और कब हमला करना है यह वो तय करेगा। हालांकि, इजराइल ने हमले की पुष्टि नहीं की है। माना जा रहा है कि वह आधिरकारिक रूप से इसे कबूल नहीं करेगा। दूसरी ओर ईरान ने कहा है कि उन्होंने इस्फहान में तीन ड्रोन्स को मार गिराया है।
इससे पहले 13 अप्रैल को ईरान ने इजराइल पर तीन सौ से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन्स से हमला किया था। हमले को रोकने में फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका ने इजराइल की मदद की थी। इजराइल ने कहा था कि ईरान के 99 फीसदी हमलों को रोक दिया गया। ईरान के हमले के बाद इजराइल ने बदला लेने की चेतावनी दी थी। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जवाबी कार्रवाई के लिए वॉर कैबिनेट की कई बैठकें की थीं।
इस बीच ईरान पर हमले के बाद शुक्रवार को दोपहर में पेरिस में एक व्यक्ति ईरान के कॉन्सुलेट में घुस गया। इसके बाद पूरे इलाके को सुरक्षा बलों ने घेर लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उस व्यक्ति के पास विस्फोटक होने की आशंका थी। हालांकि, तलाशी में उसके पास कुछ नहीं मिला। जब उसे गिरफ्तार किया जा रहा था तो वो बस ये कह रहा था कि उसे अपने भाई की मौत का बदला लेना है।