नई दिल्ली। भारत और ओमान ने 10 प्रमुख क्षेत्रों में दोपक्षीय सहयोग को उल्लेखनीय तरीके से बढ़ाने पर सहमति बनाई है। भारत के दौरे पर आए ओमान के राष्ट्र प्रमुख सुल्तान हैथम बिन तारिक के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दोपक्षीय वार्ता की, जिसमें 10 प्रमुख क्षेत्रों में आपसी सहयोग को और बेहतर करने के लिए एक दृष्टि पत्र तैयार किया। इसके अलावा जल्दी ही एक व्यापार समझौता करने पर दोनों नेताओं ने जोर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी और ओमान के सुल्तान के बीच हुई दोपक्षीय वार्ता की जानकार देते हुए विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि दोनों नेताओं ने समुद्री क्षेत्र, कनेक्टिविटी, हरित ऊर्जा, अंतरिक्ष, डिजिटल भुगतान, स्वास्थ्य, पर्यटन, कृषि और खाद्य सुरक्षा सहित कई क्षेत्रों में दोपक्षीय संबंधों को और ऊंचाई पर ले जाने के लिए एक साझा दृष्टि पत्र को अंतिम रूप दिया। इसके अलावा भारत-ओमान के बीच आर्थिक साझेदारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। ओमान-भारत संयुक्त निवेश कोष की तीसरी किस्त की घोषणा की गई है, जो दोनों देशों के बीच व्यापार और पूंजी सहयोग में एक प्रमुख मील का पत्थर है।
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा- भारत और ओमान व्यापार और पूंजी सहयोग के लिहाज से एक महत्वपूर्ण उपलब्धि ओमान-भारत संयुक्त निवेश कोष की तीसरी किस्त की घोषणा है। विदेश सचिव ने यह भी कहा कि भारतीय स्टेट बैंक और ओमान निवेश प्राधिकरण के बीच 50-50 प्रतिशत के संयुक्त उद्यम में ओमान-भारत संयुक्त निवेश कोष का उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था के सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में निवेश को निर्देशित करके आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है।
इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में हैदराबाद हाउस में ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। दोनों नेताओं ने एक नए ‘भारत-ओमान संयुक्त दृष्टिकोण, भविष्य के लिए एक साझेदारी’ पर सहमति दी, जिसके तहत दोनों देश दस अलग-अलग क्षेत्रों में काम करेंगे। इससे पहले राष्ट्रपति भवन में ओमान के सुल्तान का औपचारिक स्वागत समारोह हुआ था।