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‘इंडिया’ का प्रदर्शन

गठबंधन

नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के 146 सांसदों के निलंबन के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों ने प्रदर्शन किया। गठबंधन बनने के बाद पहली बार सभी पार्टियों ने मिल कर सरकार के खिलाफ साझा प्रदर्शन किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ एनसीपी प्रमुख शरद पवार, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा, डीएमके सांसद तिरूचि शिवा, राजद के मनोज झा, जेएमएम की महुआ माजी सहित सभी विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हुए।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद से रिकॉर्ड संख्या में विपक्षी सांसदों के निष्कासन के मसले पर केंद्र सरकार के ऊपर हमला बोला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह को निशाना बनाते हुए कहा कि मोदी और शाह ने संविधान, लोकतंत्र को खत्म करने की योजना बनाई है। राहुल गांधी ने भाजपा सांसदों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि वे अपने को देशभक्त कहते हैं लेकिन दो लड़के संसद के अंदर घुसे और धुआं फैलाया तो उनकी हवा निकल गई। विपक्ष ने इस प्रदर्शन को लोकतंत्र बचाओ प्रदर्शन नाम दिया था।

भाजपा सांसदों पर तंज करते हुए राहुल ने कहा- कुछ दिन पहले संसद भवन में दो-तीन युवा कूदकर अंदर आ गए। उन्हें कूदते हुए हम सबने देखा। वे अंदर आए, उन्होंने थोड़ा धुआं फैलाया, भाजपा के सभी सांसद भाग गए… जो अपने आप को देशभक्त कहते हैं उनकी हवा निकल गई थी। राहुल ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि संसद में युवा इसलिए कूदे थे क्योंकि देश में बेरोजगारी है। उन्होंने कहा कि युवा सात घंटे मोबाइल पर बिताते हैं क्योंकि उनके पास कोई कामकाज नहीं है।

राहुल ने कहा- मीडिया में ये बात नहीं आई कि देश में बेरोजगारी है। मीडिया ने कहा कि पार्लियामेंट के बाहर सांसद लोग बैठे थे, वहां पर राहुल गांधी ने वीडियो ले लिया। मतलब इन्होंने ये नहीं कहा कि 150 सांसदों को पार्लियामेंट के बाहर कर दिया, ये सवाल मीडिया ने नहीं उठाया कि क्यों किया, कैसे किया। उन्होंने कहा- हमने अमित शाह से सवाल पूछा, भैया, आप होम मिनिस्टर हो, ये दो युवा जंप करके कैसे आ गए, बेरोजगारी पर दो सवाल पूछे तो 150 लोगों को उठाकर बाहर कर दिया। ये सिर्फ 150 लोग नहीं है, ये हिंदुस्तान की जनता की आवाज हैं।

विपक्ष गठबंधन को लेकर खड़गे ने कहा- ये ‘इंडिया’ क्यों बना? मोदी-शाह ने संविधान, डेमोक्रेसी को खत्म करने का प्लान बनाया है। राज्यसभा के सभापति को निशाना बनाते हुए खड़गे ने कहा- सस्पेंड हुए सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया। देश के एक उच्च पद बैठे व्यक्ति कहते हैं कि जाति के चलते उनका अपमान हुआ। वो ये बात कैसे कर सकते हैं। जब देश में रेप होता है, दलितों को कुचला जाता है, संविधान की धज्जियां उड़ाई जाती हैं, हम नोटिस देते हैं तो कुछ नहीं होता। क्या मुझे ये कहना चाहिए कि दलित होने के चलते मुझे बोलने का मौका नहीं मिला।

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