नई दिल्ली। विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ की एक अहम बैठक शनिवार को होने जा रही है। वर्चुअल तरीके से होने वाली इस बैठक में विपक्षी गठबंधन की कई महत्वपूर्ण पार्टियों के बड़े नेता शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि इसमें गठबंधन के संयोजक के नाम की घोषणा हो सकती है। जानकार सूत्रों के मुताबिक शनिवार की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक बनाने की घोषणा की जा सकती है। सुबह साढ़े 11 बजे होने वाली इस बैठक में नीतीश कुमार भी शामिल होंगे। तृणमूल कांग्रेस ने अपने को इस बैठक से अलग रखा है। उसकी नेता ममता बनर्जी इसमें शामिल नहीं होंगी।
बताया जा रहा है कि इस वर्चुअल बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, आरजेडी प्रमुख लालू यादव और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के अलावा उद्धव ठाकरे और संजय राउत भी शामिल होंगे। जानकार सूत्रों के मुताबिक शनिवार की बैठक में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का संयोजक बनने की घोषणा हो सकती है। गौरतलब है कि इससे पहले 19 दिसंबर को दिल्ली में विपक्षी गठबंधन की बैठक हुई थी लेकिन उसमें संयोजक के नाम की घोषणा नहीं की गई थी। उस बैठक में ममता बनर्जी ने खड़गे को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाने का सुझाव दिया था।
बहरहाल, शनिवार की बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे। बैठक से पहले ही गठबंधन के सभी दलों को एजेंडा बता दिया गया है। इस बैठक में संयोजक के नाम पर विचार के अलावा सीट बंटवारे के मुद्दे पर भी चर्चा होगी। गौरतलब है कि बिहार और उत्तर प्रदेश को लेकर गठबंधन में सीटों की बात अभी तक नहीं हुई है। इस बीच सहयोगी दलों के बीच बयानबाजी तेज है। बिहार में जदयू ने पहले ही साफ कर दिया है कि 17 सीट से कम उसे मंजूर नहीं है।
विपक्ष के नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव में भाजपा के हर उम्मीदवार के खिलाफ विपक्ष का एक साझा उम्मीदवार उतारने यानी वन टू वन मुकाबले के फॉर्मूले पर चर्चा होगी और उस हिसाब से सीट बंटवारे की बात होगी। गौरतलब है कि कांग्रेस के अलावा इस गठबंधन के तमाम घटक दल पिछले कई महीने से सीट बंटवारे की बात करते रहे हैं। कांग्रेस ने पांच राज्यों के चुनाव की वजह से इसे टाला था। लेकिन अब कांग्रेस ने एक नेशनल एलायंस कमेटी बना दी है, जो विपक्ष की पार्टियों से बात कर रही है। अभी तक दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में सीट बंटवारे की प्राथमिक बातचीत हो चुकी है।