नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ और कांग्रेस को लेकर की गई नीतीश कुमार की टिप्पणी को कांग्रेस ने गंभीरता से लिया है। नीतीश की टिप्पणी के बाद शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनसे बात की। खड़गे ने शनिवार को नीतीश को फोन किया और विपक्षी गठबंधन की निष्क्रियता के बारे में की गई उनकी टिप्पणियों पर चर्चा की। बताया जा रहा है कि खड़गे ने उनको भरोसा दिलाया कि कांग्रेस गठबंधन के साथ है और चुनाव के बाद प्राथमिकता के साथ इसका काम होगा।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा था कि, विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में फिलहाल कुछ नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी पांच राज्यों के चुनाव में व्यस्त है और उसकी प्राथमिकता पांच राज्यों के चुनाव हैं। नीतीश की इस टिप्पणी के बाद विपक्षी गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं होने की चर्चा शुरू हो गई। यह भी कहा जाने लगा कि नीतीश एक बार फिर पुरानी सहयोगी भाजपा की ओर लौटने की तैयारी कर रहे हैं। तभी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने फोन करके उनसे बात की। बताया जा रहा है कि खड़गे ने नीतीश को भरोसा दिया है कि पांच राज्यों में चुनाव खत्म होने के बाद इंडिया गठबंधन में तय एजेंडा के अनुसार सब प्राथमिकता से किया जाएगा।
गौरतलब है कि गुरुवार को की गई नीतीश की टिप्पणी के बाद शुक्रवार की शाम को राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव ने नीतीश से मुलाकात की थी। लालू प्रसाद और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके घर पहुंचकर मुलाकात की थी। दोनों आधे घंटे तक नीतीश के साथ रहे। हालांकि यह नहीं बताया गया कि तीनों नेताओं के बीच क्या बात हुई। जानकार सूत्रों के मुताबिक बिहार के महागठबंधन और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को लेकर बातचीत हुई।
इससे पहले गुरुवार को नीतीश और तेजस्वी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से आयोजित एक रैली को संबोधित किया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की सक्रियता कम होने के लिए इसके प्रमुख घटक दल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि कांग्रेस की फिलहाल पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में दिलचस्पी है और उसे विपक्षी मोर्चे को आगे बढ़ाने की चिंता नहीं है।