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सरकार बचाने में लगी कांग्रेस

Himachal Pradesh Crisis

शिमला। छह विधायकों की क्रॉस वोटिंग से राज्यसभा का चुनाव हारने के बाद कांग्रेस की नींद खुली है और वह हिमाचल प्रदेश की सरकार बचाने में जी-जान से जुट गई है। कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विशेष पर्यवेक्षक के तौर पर शिमला पहुंचे हैं। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी हिमाचल भेजा गया है और राज्य के प्रभारी राजीव शुक्ल ने भी शिमला में डेरा डाला है। कांग्रेस के संकट प्रबंधन के बाद मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने देर शाम इस्तीफा वापस ले लिया और कहा कि राज्य सरकार पर कोई संकट नहीं है। Himachal Pradesh Crisis

इस बीच सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को बदलने पर भी चर्चा हो रही है। शिमला के सिसिल होटल में डीके शिवकुमार और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक एक विधायक से मुलाकात की और उनकी राय जानी। दोनों पर्यवेक्षकों से मिल कर निकलने के बाद मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सब ठीक है और सरकार को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने दावा किया कि सरकार पांच साल तक चलेगी। इससे पहले दिन में खबर आई थी कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि बाद में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस्तीफे की खबर भाजपा की ओर से फैलाई जा रही है। इस बीच सुक्खू की सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने नाराजगी जताते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि देर शाम उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया।

गौरतलब है कि मंगलवार को हुए राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह और सरकार को समर्थन देने वाले तीन निर्दलीय विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी और भाजपा के उम्मीदवार हर्ष महाजन को वोट डाला था। उसके बाद सभी नौ विधायक हरियाणा के पंचकूला पहुंच गए। बताया जा रहा है कि भाजपा के कुछ नेता ही उन्हें लेकर पंचकूला पहुंचे, जहां वे हरियाणा पुलिस और सीआरपीएफ की सुरक्षा में एक पांच सितारा होटल में हैं। हालांकि इन नौ विधायकों को जोड़ कर भी भाजपा के विधायकों की संख्या 34 होती है, जबकि बहुमत का आंकड़ा 35 का है। अगर स्पीकर क्रॉस वोटिंग करने वाले छह विधायकों को अयोग्य ठहरा दें तो कांग्रेस की सरकार बच जाएगी।

बहरहाल, बुधवार को कांग्रेस विधायकों के पर्यवेक्षकों के मिलने के बाद यह भी खबर है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू का मुख्यमंत्री पद छिन सकता है। विधायक दल का नया नेता चुनने के लिए जल्दी ही विधायक दल की मीटिंग बुलाई जा सकती है। विधायक दल के नए नेता के लिए उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के नाम की चर्चा है। इससे पहले बुधवार की सुबह पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अगुआई में भाजपा विधायक दल ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मुलाकात की। भाजपा ने विधानसभा में सरकार के बहुमत परीक्षण की मांग की है।

विधानसभा के बजट सत्र में बुधवार की सुबह कार्यवाही शुरू होते ही सदन में भारी हंगामा हुआ। हंगामे की वजह से स्पीकर ने 12 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। इस बीच, पीडब्लुडी मंत्री विक्रमादित्य ने प्रेस कांफ्रेंस करके पद से इस्तीफे की घोषणा की। उंन्होंने कहा कि गेंद अब आलाकमान के पाले में है। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो हंगामा जारी रहा, जिसके बाद स्पीकर ने जयराम ठाकुर सहित 15 विधायकों को निलंबित कर दिया। बाद में विपक्ष की गैरहाजिरी में बजट पास किया गया।

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By NI Desk

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