नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिम मानसून की बारिश से कई राज्यों में बाढ़ के हालात बन गए हैं और जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। उत्तर से दक्षिण तक कई राज्यों में ऐसे हालात हैं। नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में बाढ़ के हालात लगातार बने हुए हैं। वहां तीन नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। राप्ती नदी, बूढ़ी राप्ती और क्यूनो नदी के उफान पर होने के कारण गोरखपुर, सिद्धार्थ नगर और गोंडा में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं।
वाराणसी का रत्नेश्वर महादेव मंदिर गंगा में डूब गया है। पिछले 24 घंटे में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण छह लोगों की मौत हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कि सभी की मौत डूबने से हुई है। उधर कर्नाटक में मंगलवार को तेज बारिश के बाद भूस्खलन के कारण चार लोगों की मौत हो गई। बिहार में भी नेपाल की सीमा से लगे बेतिया, बगहा, सीतामढ़ी, मधेपुरा, अररिया समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। 24 से ज्यादा निचले इलाकों के गांव में बाढ़ का पानी घुस चुका है।
इस बीच बुधवार को मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश सहित नौ राज्यों में बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया। मौसम विभाग ने बुधवार को मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और उत्तराखंड यानी नौ राज्यों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी। वहीं, 10 राज्यों तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मणिपुर, नगालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की।