लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ के तीन दिन बाद बुधवार को पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सत्संग के मुख्य आयोजक की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है और उसके बारे में जानकारी देने पर एक लाख रुपए के इनाम की घोषणा की है। इस बीच मामले की जांच के लिए बनाए गए न्यायिक आयोग की बुधवार को पहली बैठक हुई। बैठक के बाद आयोग के अध्यक्ष बृजेश श्रीवास्तव ने कहा कि जरुरत हुई तो पुलिस और मीडिया के लोगों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जल्दी ही आयोग की टीम हाथरस का दौरा करेगी। आयोग को दो महीने में जांच करके अपनी रिपोर्ट सरकार को देनी है।
इससे पहले बुधवार को दिन में अलीगढ़ रेंज के आईजी शलभ माथुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा- गिरफ्तार सभी छह आरोपी आयोजन समिति के सदस्य हैं। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मैनपुरी का राम लड़ैते यादव, शिकोहाबाद का उपेंद्र यादव, हाथरस का मेड सिंह, मंजू यादव, मुकेश कुमार और मंजू देवी शामिल हैं। इनकी देख रेख में ही सत्संग चल रहा था। सूरजपाल उर्फ नारायण हरी साकार उर्फ भोले बाबा के सत्संग में मंगलवार को मची भगदड़ में 122 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने हालांकि बाबा को आरोपी नहीं बनाया है लेकिन हादसे के दिन से ही बाबा लापता हैं।
बहरहाल, पुलिस ने सत्संग के मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर पर एक लाख का इनाम घोषित किया है। वह अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। इस बीच भोले बाबा के वकील एपी सिंह घायलों से मिलने अलीगढ़ पहुंचे। उन्होंने कहा- बाबा के पास कोई आश्रम नहीं है। वह पेंशन से अपना गुजारा करते हैं। जब भी बाबा को जांच टीम बुलाएगी, वह आएंगे। हादसे के तीसरे दिन भी पुलिस नारायण हरि साकार उर्फ भोले बाबा तक नहीं पहुंच सकी। पुलिस ने मैनपुरी, ग्वालियर, कानपुर और हाथरस समेत आठ ठिकानों पर छापा मारा है।
पुलिस ने एटा, हाथरस और मैनपुरी से 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। सभी भोले बाबा से जुड़े हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। हाथरस भगदड़ कांड में पुलिस ने भोले बाबा के मुख्य सेवादार और मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया। उस पर एक लाख का इनाम भी घोषित किया है।