तेल अवीव। हमास के हमले के बाद पिछले 20 दिन से चल रही जंग में गुरुवार को पिछले 24 घंटे में इजराइल की सेना ने बड़ा हमला किया। इजराइली सेना ने गाजा में करीब ढाई सौ जगहों पर हमला किया है। इजराइल की सेना टैंक लेकर भी गाजा में घुसी है। इस बीच इजराइल पर हमला करने वाले हमास ने कहा है कि इजराइल की ओर से किए जा रहे हमलों में कम से कम 50 बंधकों की मौत हुई है। गौरतलब है कि हमास के कब्जे में अब भी 220 बंधक हैं। अब तक हमास ने चार बंधकों को रिहा किया है, जिसमें दो अमेरिकी और दो इजराइली हैं।
बहरहाल, पिछले 24 घंटे में इजराइल की सेना ने हमास के ठिकानों, कमांड सेंटर, सुरंगों और रॉकेट लॉन्चर्स को निशाना बनाया। इजराइली डिफेंस फोर्स यानी आईडीएफ ने बताया है कि उनके हमले में हमास का रॉकेट मैन हसन अल अब्दुल्लाह मारा गया है। उत्तरी गाजा से इजराइल की तरफ दागे जाने वाले रॉकेट्स की जिम्मेदारी अब्दुल्लाह के पास थी। बताया जा रहा है कि इजराइली खुफिया एजेंसी शिन बेत ने आईडीएफ को उसके ठिकानों की जानकारी दी थी।
अमेरिकी अखबार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक पिछले 24 घंटे में इजराइल ने दक्षिणी गाजा में 48 जगहों पर हवाई हमला किया। इसमें करीब पांच सौ लोगों की मौत हो गई। ये वो लोग हैं जो इजराइल की उत्तरी गाजा छोड़ने की चेतावनी के बाद वहां आए थे। इस जंग में अब तक सात हजार फिलस्तीनियों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में तीन हजार बच्चे हैं। इजराइल में हमास के हमले में 14 सौ लोग मारे गए हैं।
इस बीच पहली बार इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने माना कि इजराइल सात अक्टूबर के हमले को रोकने में नाकाम रहा। नेतन्याहू ने कहा- आने वाले समय में सात अक्टूबर को हमास का हमला न रोक पाने के लिए मेरे साथ ही सभी को जवाब देना पड़ेगा। वहीं, इजराइली सेना ने बताया कि वो बुधवार रात टैंकों के साथ उत्तरी गाजा में घुसे थे। उन्होंने हमास के कई ठिकानों और रॉकेट लॉन्च पोजिशन को निशाना बनाया। दूसरी तरफ, ‘यरुशलम पोस्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल अमेरिका की बात मानकर जमीनी हमले को कुछ समय तक टालने के लिए तैयार हो गया है।