राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

इजराइल पहुंच कर मैक्रों ने जताया समर्थन

तेल अवीव। इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मंगलवार को इजरायल पहुंचे। इजरायल के प्रति एकजुटता जताने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों तेल अवीव पहुंचे। इजराइल पहुंचने के बाद राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा है कि हमास को हराने के लिए इंटरनेशनल अलायंस बनाने की जरूरत है। उन्होंने हमास के खिलाफ सबके मिल कर लड़ने की जरूरत बताई।

मैक्रों ने कहा- जो देश आईएसआईएस के खिलाफ लड़ रहे हैं उन्हें हमास से भी लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई न सिर्फ इजराइल, बल्कि हम सब के अस्तित्व के लिए जरूरी है। इससे पहले मैक्रों के कार्यालय ने 22 अक्टूबर को ऐलान किया था कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत के लिए तेल अवीव का दौरा करेंगे। बताया जा रहा है कि इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू के अलावा इजराइल के राष्ट्रपति इसाक हर्जोग और मध्यमार्गी विपक्षी नेताओं बेनी गैंट्ज और यैर लैपिड से मिले।

गौरतलब है कि इजराइल पर हमास के हमले के अगले दिन यानी आठ अक्टूबर को मैक्रों ने इजराइल के राष्ट्रपति इसाक हर्जोग और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत की थी। उन्होंने इजराइल पर हुए हमले की निंदा करते हुए फ्रांस के समर्थन की पुष्टि की थी। उन्होंने सोशल मीडिया में कहा था- मैं गाजा से इजराइल, उसके सैनिकों और उसके लोगों पर किए गए हमलों की निंदा करता हूं। फ्रांस इजराइल और इजराइलियों के साथ एकजुटता से खड़ा है।

गौरतलब है कि हमास ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया था। उसके बाद 18 दिन की लड़ाई में सात हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। फिलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल के हवाई हमलों के दो सप्ताह में गाजा में मरने वालों की संख्या पांच हजार से अधिक हो गई। दूसरी ओर सात अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में हुए हमास के हमले 14 सौ इजराइली नागरिकों की मौत हुई है और 220 लोग हमास की कैद में हैं।

By NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *