नई दिल्ली। पाकिस्तान में गुरुवार को आम चुनाव होंगे। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी को इन चुनावों से बाहर कर दिया है। उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह जब्त हो गया और उनके सारे उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। वे खुद जेल में बंद हैं और उनको नामांकन नहीं करने दिया गया। उनकी पार्टी की ओर से नवाज शरीफ के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं उम्मीदवार का भी परचा रद्द कर दिया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान की सेना नवाज शरीफ को फिर से प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाना चाहती है।
बहरहाल, पाकिस्तान के चुनाव में 5,132 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 48 सौ से ज्यादा पुरुष उम्मीदवार हैं। 12 करोड़ 85 लाख से कुछ ज्यादा पंजीकृत मतदाता चुनाव में अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए वोट करेंगे। इसके साथ ही चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए भी चुनाव हो रहे हैं। इनमें से पंजाब में सबसे ज्यादा सात करोड़ 32 लाख पंजीकृत मतदाता हैं। मतदान के लिए साढ़े छह हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। मतदान गुरुवार को सुबह आठ बजे से शुरू होगा और शाम पांच बजे तक चलेगा।
मतदान से एक दिन पहले बुधवार को बलूचिस्तान में दो धमाके हुए, जिनमें 24 लोगों के मारे जाने की खबर है। पहला धमाका पिशिन शहर में हुआ, जिसमें 12 लोग मारे गए हैं और 25 लोग घायल हुए हैं। यह धमाका निर्दलीय उम्मीदवार असफंद यार खान काकड़ के ऑफिस के बाहर हुआ। धमाके के दौरान काकड़ दफ्तर में मौजूद नहीं थे। इसके कुछ ही देर बाद दूसरा धमाका बलूचिस्तान के ही किला सैफुल्लाह शहर में जमीयत उलेमा ए इस्लाम पार्टी के उम्मीदवार मौलाना अब्दुल वासे के ऑफिस के बाहर हुआ। वो सुरक्षित हैं। हालांकि, इस हमले में 12 लोगों की मौत हुई है।दोनों धमाकों में कुल 24 लोगों की मौत हो गई।
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने हमलों को लेकर बलूचिस्तान के मुख्य सचिव और पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। गौरतलब है कि पाकिस्तान में आठ फरवरी को होने वाले चुनावों से पहले हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं। खासतौर से बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में आतंकी हमले तेज हो गए हैं। मीडिया की खबरों के मुताबिक बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी और खैबर में पाकिस्तानी तालिबान की ओर से हमले किए जा रहे हैं।