नई दिल्ली। इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम को लेकर दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क के बयान के बाद भारत में इस पर विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे ब्लैक बॉक्स की तरह बताते हुए कहा कि किसी को भी इसकी जांच की अनुमति नहीं मिल सकती है। अब असम की जोरहाट सीट से कांग्रेस के लोकसभा सांसद गौरव गोगोई ने चुनाव आयोग से खराब ईवीएम की पूरी जानकारी देने की मांग की है।
गौरव गोगोई ने कहा है कि वे पूरे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि इन मशीनों ने गलत परिणाम दिखाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि ईवीएम को अचूक मानने से पहले चुनाव आयोग को यह डेटा जारी करना चाहिए कि पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान कितनी ईवीएम में गड़बड़ी पाई गई।
इससे पहले रविवार को राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया था कि मुंबई उत्तर पश्चिमी सीट से शिव सेना के एकनाथ शिंदे गुट के प्रत्याशी संजय वाइकर के रिश्तेदार का फोन मतगणना वाले दिन ईवीएम से कनेक्ट मिला था। हालांकि चुनाव आयोग ने इस आरोप को खारिज कर दिया है और खबर प्रकाशित करने वाले अखबार ‘मिड डे’ नोटिस भी भेजा है।
बहरहाल, इस विवाद के बाद सोमवार को गौरव गोगई ने कहा कि चुनाव आयोग को यह बताना चाहिए कि आम चुनावों के दौरान कितनी मशीनों ने गलत समय, तारीख, दर्ज किए गए वोट दिखाए और कितनी ईवीएम के घटकों, जैसे काउंटिंग यूनिट, बैलट यूनिट को बदला गया और मॉक पोल के दौरान कितनी ईवीएम में गड़बड़ी पाई गई। उन्होंने कहा- चुनाव लड़ने के बाद, मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि इन मशीनों ने गलत नतीजे दिखाए हैं। मुझे उम्मीद है कि चुनाव आयोग उपरोक्त डेटा जारी करेगा क्योंकि जनता को जानने का अधिकार है।