नई दिल्ली। महाराष्ट्र की एक लोकसभा सीट पर 48 मतों से हार जीत का फैसला होने के बाद शिव सेना के उद्धव ठाकरे गुट की ओर से लगाए गए आरोपों पर चुनाव आयोग ने सफाई दी है। साथ ही आयोग ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव की ओर से लगाए गए आरोपों को भी खारिज कर दिया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि ईवीएम को अनलॉक करने के लिए किसी ओटीपी का इस्तेमाल नहीं होता है।
मुंबई उत्तर पश्चिम सीट की चुनाव अधिकारी वंदना सूर्यवंशी ने कहा कि ईवीएम कभी हैक नहीं होता है और न ही किसी डिवाइस से कनेक्ट हो सकता है। उन्होंने कहा कि इसका फोन से कोई लेना देना नहीं होता है और न किसी ओटीपी से ईवीएम को हैक किया जा सकता है। गौरतलब है कि शिवसेना नेता पर वनराई पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। मुंबई उत्तर-पश्चिमी सीट के उम्मीदवार और एक मतदानकर्मी के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
असल में मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार रविंद्र वायकर को लोकसभा चुनाव में दोबारा गिनती के बाद मात्र 48 वोटों से जीत मिली थी, जिसके बाद काफी विवाद हुआ। आरोप है कि चुनाव आयोग के अधिकारी दिनेश गौरव के पास वो मोबाइल फोन था, जो मतगणना के दौरान ओटीपी जनरेट करता है। ये फोन वायकर के रिश्तेदार मंगेश पांडिलकर इस्तेमाल कर रहे थे। फोन को शाम चार बजे के बाद तक इस्तेमाल किया गया। इस दौरान दोनों नेताओं में कड़ा मुकाबला चल रहा था।