नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय, ईडी ने आम आदमी पार्टी पर विदेश से सात करोड़ रुपया चंदा लेने का आरोप लगाया है। इसके अलावा शराब नीति घोटाले में ईडी ने दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत से फिर केजरीवाल की हिरासत मांगी है। ईडी ने सोमवार को अदालत से कहा कि केजरीवाल दो जून को सरेंडर करें तो उसके बाद दो हफ्ते के लिए उनको ईडी की हिरासत में भेजा जाए।
विदेशी चंदे के मामले में सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि ईडी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी है, जिसमें कहा है कि आम आदमी पार्टी ने 2014 से 2022 के बीच कनाडा, अमेरिका, मध्य पूर्व, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में स्थित विदेशी दानदाताओं से मिले सात करोड़ रुपए के स्रोत की पहचान छिपाई। ईडी ने इस मामले में एफसीआरए और जन प्रतिनिधित्व कानून यानी आरपीए के उल्लंघन की बात कही है। गौरतलब है कि पार्टियों के विदेशी चंदा लेने पर रोक है।
ईडी के आरोपों पर आम आदमी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा कि शराब घोटाले और स्वाति मालीवाल प्रकरण फेल होने के बाद अब बीजेपी ये नया मामला लेकर आई है। कल एक और मामला आएगा। आतिशी ने कहा कि इससे साफ जाहिर है कि बीजेपी दिल्ली और पंजाब की सभी 20 सीटें हार रही है। उन्होंने कहा- ये कई साल पुराना मामला है, जिस पर सारे जवाब ईडी, सीबीआई, केंद्रीय गृह मंत्रालय और चुनाव आयोग को दिए जा चुके हैं। ये फिर से आफ को बदनाम करने की साजिश है।
गौरतलब है कि ईडी ने अगस्त 2022 में गृह मंत्रालय को बताया था कि आम आदमी पार्टी को साल 2014 से 2022 के दौरान एफसीआरए, आरपीए का उल्लंघन करते हुए विदेशों से फंडिंग हुई। आम आदमी पार्टी को कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सऊदी अरब, यूएई सहित कई देशों से फंडिंग मिली है। ईडी के मुताबिक आम आदमी पार्टी के नेताओं ने विदेशी फंडिंग को अपने निजी अकाउंट में भी ट्रांसफर किया।