नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद लागू आदर्श आचार संहिता को देखते हुए चुनाव आयोग ने भारत सरकार की ओर से लोगों के मोबाइल पर भेजे जा रहे विकसित भारत के मैसेज को तुरंत रोकने को कहा गया है। इस मैसेज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हिंदी और अंग्रेजी की एक चिट्ठी लोगों को भेजी जा रही है। इसे सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से भेजा जा रहा है। चुनाव आयोग ने गुरुवार को एक निर्देश जारी करके इस पर तत्काल रोक लगाने को कहा है।
आयोग को शिकायत मिली थी कि लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा और आचार संहिता लागू होने के बावजूद सरकार की योजनाएं बताने वाले मैसेज आम लोगों को भेजे जा रहे हैं। हालांकि, मंत्रालय ने आयोग को दिए जवाब में कहा था कि ये मैसेज आचार संहिता लागू होने से पहले भेजे गए थे, लेकिन ये सिस्टम और नेटवर्क समस्याओं की वजह से देर से पहुंचे हैं। अब यह देखना होगा कि आयोग के फैसले पर कैसे अमल होता है।
गौरतलब है कि चुनाव की घोषणा के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी चुनाव आयोग में दो शिकायत पहुंच चुकी है। चुनाव की घोषणा के अगले दिन यानी 17 मार्च को तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने शिकायत की थी कि प्रधानमंत्री मोदी ने आंध्र प्रदेश की एक चुनावी सभा में वायु सेना के हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया था। इसके बाद 18 मार्च को तृणमूल के ही नेता डेरेक ओब्रायन ने चुनाव आयोग को कहा कि 16 मार्च को आचार संहिता लागू होने के बाद विकसित भारत संकल्प यात्रा का वॉट्सऐप मैसेज देशवासियों के पास पहुंचा।