नई दिल्ली। कर्नाटक से कांग्रेस के इकलौते सांसद डीके सुरेश के एक बयान को लेकर संसद के बजट सत्र में खूब हंगामा हुआ है। भाजपा ने इसे देश तोड़ने वाला बयान करार दिया है तो संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा है कि इस मामले को आचरण समिति के पास भेजा जाना चाहिए। असल में एक दिन पहले बजट पेश होने के बाद गुरुवार को सुरेश ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि दक्षिण के राज्य ज्यादा टैक्स देते हैं, जिन्हें सरकार उत्तर भारत में बांट देती है। इसके आगे उन्होंने कहा था कि दक्षिण के राज्यों का अलग देश बना देना चाहिए। गौरतलब है कि सुरेश कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के भाई हैं।
इस बयान को लेकर बजट सत्र के तीसरे दिन यानी शुक्रवार को जम कर हंगामा हुआ। यहां तक कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी और कहा- भारत एक है और एक रहेगा। देश को तोड़ने की बात करने वाला, चाहे वो किसी भी पार्टी में हो, इसे बरदाश्त नहीं किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने डीके सुरेश बयान मामले में कहा कि इसे एथिक्स कमेटी को भेजना चाहिए।
गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र बुधवार को शुरू हुआ। सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ हुई। यह नए संसद भवन में उनका पहला संबोधन था। इसके बाद एक फरवरी को बजट पेश किया गया। अब अगले हफ्ते राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सरकार की ओर से पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। संसद का बजट सत्र नौ फरवरी तक चलेगा। यह 17वीं लोकसभा का आखिरी सत्र है।