नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में रविवार को मंत्रिपरिषद की बैठक हुई। इसमें भविष्य की योजनाओं पर चर्चा हुई। मोदी के मंत्रिपरिषद की संभवतः यह आखिरी बैठक थी और दिलचस्प बात यह है कि इसमें नई सरकार बनने के बाद के एजेंडे पर विचार विमर्श किया गया। cabinet meeting modi
भविष्य के एजेंडे पर यह मान कर चर्चा हुई, जैसे तीसरी बार मोदी सरकार बनने की गारंटी हो। बहरहाल, मंत्रिपरिषद की बैठक करीब आठ घंटे तक चली। नई सरकार के सौ दिन के एजेंडे पर भी इसमें चर्चा हुई।
बताया जा रहा है कि बैठक में कई मंत्रालयों के अपने भविष्य के एजेंडे पर प्रजेंटेशन दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक को संबोधित किया और उन्होंने अपनी सरकार की 10 साल की सफलताओं और भविष्य की प्राथमिकताओं, विशेष रूप से 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य के बारे में विस्तार से चर्चा की।
रविवार को हुई बैठक में मई, 2024 में नई सरकार के गठन के बाद तत्काल अमल में लाए जाने वाले कदमों के सौ दिन के एजेंडे पर भी चर्चा हुई। मंत्रिपरिषद ने विकसित भारत 2047 के लिए विजन डॉक्यूमेंट और अगले पांच साल के लिए विस्तृत कार्य योजना पर विचार विमर्श किया।
आजादी के सौ साल होने पर यानी 2047 तक विकसित भारत बनाने का रोडमैप दो साल से अधिक की तैयारी से बना है। इसमें सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग निकायों, नागरिक समाज, वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक परामर्श किया गया है। बताया गया है कि इसके लिए 27 सौ से अधिक बैठकें, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए गए। साथ ही 20 लाख से अधिक युवाओं के सुझाव सरकार को मिले। cabinet meeting modi
मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रियों को करीब एक घंटे संबोधित किया। उन्होंने मंत्रियों को आगाह किया कि बोलने में परहेज करें और जो भी बयान दें, सोच समझ कर दें। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आजकल डीप फेक का चलन है, जिसमें आवाज बदलकर कोशिश की जाती है, इससे सतर्क रहें। cabinet meeting modi
उन्होंने कहा- जो भी बोलना है योजनाओं पर बोलें, विवादित बयानों से बचें। मोदी ने यह भी याद दिलाया कि उन्होंने राज्यसभा के सांसदों को चुनाव लड़ने को कहा था। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत की झलक आगामी पूर्ण बजट में दिखनी चाहिए जो इस बार जून में पेश होगा।
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