किशनगंज। बिहार में हुए राजनीतिक उलटफेर के एक दिन बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बिहार पहुंच गई है। बिहार में पहुंचने पर अपनी पहली सभा में राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर जम कर निशाना साधा। लेकिन उन्होंने एक दिन पहले ही साथ छोड़ कर गए नीतीश कुमार के ऊपर कुछ नहीं कहा। राहुल ने ट्विट करके भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार उच्च शिक्षण संस्थानों में आरक्षण की सुविधा खत्म करने जा रही है। उन्होंने यूजीसी की ओर से केंद्र को भेजी गई सिफारिश के हवाले से यह दावा किया है।
बहरहाल, राहुल गांधी सोमवार को पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर से निकल कर बिहार के किशनगंज पहुंचे। यहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया और कहा देश में आरएसएस और भाजपा की विचारधारा ने हिंसा और नफरत फैला रखी है। हालांकि, अपने संक्षिप्त भाषण में उन्होंने एक शब्द भी बिहार की नई सरकार और नीतीश कुमार पर नहीं कहा। उम्मीद की जा रही थी कि राहुल गांधी भी विपक्षी गठबंधन छोड़ने वाले नीतीश कुमार और राज्य में बनी नई एनडीए सरकार पर हमला करेंगे, लेकिन वे सिर्फ आरएसएस और भाजपा पर बोले।
उन्होंने कहा- आज इस विचारधारा के चलते भाई-भाई से लड़ रहा है। एक धर्म का व्यक्ति दूसरे धर्म के व्यक्ति से लड़ रहा है। भाषाओं के बीच लड़ाई हो रही है। हम जानते थे कि ये मोहब्बत का देश है। नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खुलनी चाहिए। गौरतलब है कि बिहार की किशनगंज एकमात्र लोकसभा सीट है, जिस पर पिछले चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी। वहां रास्ते में राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा थे। बिहार में प्रवेश करने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने यात्रा का स्वागत किया।
राहुल गांधी की यात्रा किशनगंज से निकल कर अररिया पहुंची। वहां भी बड़ी संख्या में लोग यात्रा में शामिल हुए। इससे पहले सोमवार सुबह नौ बजे राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बंगाल सीमा से किशनगंज के फरानगोला चौक पहुंची। राहुल अगले दो दिनों तक राज्य के सात जिलों में 425 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। इस दौरान मंगलवार को पूर्णिया में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। राहुल के कार्यक्रम को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट है और जिस रूट से राहुल गांधी गुजरेंगे, उस रूट पर पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती कर दी गई है। पूर्णिया की सभा में कांग्रेस ने पहले नीतीश कुमार को आमंत्रित किया था लेकिन अब वे भाजपा के साथ चले गए हैं। सबकी नजर राजद नेता तेजस्वी यादव पर रहेगी।