नई दिल्ली। कोविड-19 की वैक्सीन बनाने वाली ब्रिटिश कंपनी एस्ट्राजेनेका ने अपनी वैक्सीन बाजार से वापस मंगवाने का फैसला किया है। इससे पहले कंपनी ने ब्रिटेन की अदालत में स्वीकार किया था कि वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स हैं और रक्त का थक्का बनने की आशंका है। इसके बाद अब कंपनी ने वैक्सीन वापस मंगवाने का फैसला किया है। इसी कंपनी की बनाई कोविशील्ड वैक्सीन भारत में सबसे ज्यादा लगाई गई थी।
बहरहाल, कंपनी का कहना है कि साइड इफेक्ट्स की वजह से नहीं, बल्कि दुनिया भर में मांग कम होने के बाद वैक्सीन वापस ली जा रही है। गौरतलब है कि एस्ट्राजेनेका ने 2020 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए ये वैक्सीन बनाई थी। इसके फॉर्मूले से भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविशील्ड नाम से वैक्सीन बनाई थी। वहीं, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में इसे वैक्सजेवरिया नाम से जाना जाता है। भारत में कोविशील्ड की करीब 175 करोड़ डोज लगाई गई थी।
एस्ट्राजेनेका ने इस साल पांच मार्च को वैक्सीन वापस लेने की अर्जी दी थी और मंगलवार यानी सात मई से इसे लागू किया गया। इसके बाद अब यूरोपीय संघ में वैक्सीन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। ब्रिटेन की अदालत में वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स का खुलासा होने के बाद से भारत में कोविशील्ड लेने वाले लोग परेशान हैं। हालांकि विशेषज्ञों ने कहा है कि इसके साइड इफेक्ट्स की संभावना बहुत कम है।