नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों के साथ ही चार राज्यों में विधानसभा चुनावों का ऐलान भी कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दो अन्य चुनाव आयुक्तों के साथ शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस करके चुनावों की घोषणा की।
आयोग ने लोकसभा के साथ चार राज्यों- आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 13 मई को मतदान होगा, जबकि ओडिशा की 147 सीटों पर चार चरणों में वोट डाले जाएंगे। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में भी एक चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा।
ओडिशा की 147 सीटों पर चार चरणों में 13 मई, 20 मई, 25 मई और एक जून को वोट डाले जाएंगे। सिक्किम की 32, अरुणाचल प्रदेश की 60 और आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीटों पर एक एक चरण में ही चुनाव होंगे। ओडिशा में पिछले 24 साल से बीजू जनता दल की सरकार है। बीजू जनता दल ने 2009 तक भाजपा के साथ मिल कर चुनाव लड़ा लेकिन उसके बाद से वह अकेले चुनाव लड़ रही है। इस बार फिर बीजद और भाजपा में तालमेल की बात हो रही है। अगर तालमेल नहीं होता है तो बीजद का सीधा मुकाबला भाजपा से होगा।
आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता जगन मोहन रेड्डी मुख्यमंत्री हैं। राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी, अभिनेता पवन कल्याण की जन सेना पार्टी और भाजपा गठबंधन एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला आंध्र प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष हैं। सो, इस बार त्रिकोणात्मक मुकाबले की संभावना है।
अरुणाचल प्रदेश में पेमा खांडू के नेतृत्व में भाजपा की सरकार है। 2019 में पार्टी ने यहां 60 में से 42 सीटें जीती थीं। उधर सिक्किम में प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, एसकेएम की सरकार है। एसकेएम और भाजपा में तालमेल है।