श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में अनंतनाग में मंगलवार की रात को शुरू हुई मुठभेड़ खत्म नहीं हो रही है। आतंकवादियों के घने जंगल में और ऊंचाई की जगह पर छिपे होने की वजह से सुरक्षा बलों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि शनिवार को अनंतनाग के गडूल कोकेरनाग में सुरक्षा बलों ने एक आतंकवादी को मार गिराया। यहां सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच 12 सितंबर से मुठभेड़ जारी है। गडूल में बारिश के बीच दोनों तरफ से फायरिंग चल रही है।
सुरक्षा बलों को वहां एक और आतंकवादी के छिपे होने की आशंका है। सेना ड्रोन के जरिए इलाके की निगरानी कर रही है। गौरतलब है कि अनंतनाग में चल रही मुठभेड़ में अब तक सेना के दो अधिकारी, एक जवान और एक पुलिस अधिकारी शहीद हो चुके हैं। बहरहाल, बताया गया है कि शुक्रवार की शाम को अंधेरा होने पर तलाश का अभियान रोक दिया गया था, जो फिर शनिवार की सुबह शुरू हुआ।
सुरक्षा बलों के अभियान को लेकर जम्मू कश्मीर के वरिष्ठ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने कहा कि यह एक खास इनपुट पर चलाया गया ऑपरेशन है। उन्होंने कहा- दो से तीन आतंकवादी राजौरी तक फैले पीर पंजाल के घने जंगलों में छिपे हैं, इन सभी को मार गिराया जाएगा। इन आतंकवादियों में एक लश्कर ए तैयबा का कमांडर उजैर खान भी है। इन्हीं आतंकवादियों के हमले में बुधवार को सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमांयू भट शहीद हुए थे। एक जवान भी शहीद हुआ है।
अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ चल रही मुठभेड़ में सेना के कमांडोज के साथ ही स्निफर डॉग्स, ड्रोन और हेलीकॉप्टर से आतंकवादियों को खोजा जा रहा है। एक दिन पहले ही सुरक्षा बलों की ओर से बताया गया था कि तीन से चार किलोमीटर के दायरे में आतंकवादियों को घेर लिया गया है। इन्हें कभी भी ढेर कर दिया जाएगा। मंगलवार को राजौरी में भी एनकाउंटर हुआ था, जिसमें सेना का एक जवान शहीद हुआ था।