हैदराबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक फर्जी वीडियो वायरल होने के मामले में दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को तलब किया है। पुलिस ने उनको एक मई को पूछताछ के लिए बुलाया और कहा है कि वे अपना मोबाइल फोन साथ लेकर आएं। गौरतलब है कि आरक्षण समाप्त करने के बयान वाला अमित शाह का एक फर्जी वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दिल्ली पुलिस ने रविवार को मुकदमा दर्ज किया। वायरल वीडियो में अमित शाह एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को खत्म करने की बात करते दिख रहे हैं।
इस एडिटेड वीडियो को वायरल करने को लेकर एक शिकायत भाजपा ने और दूसरी शिकायत गृह मंत्रालय ने की थी। इस वीडियो को लेकर भाजपा ने देश भर में एफआईआर दर्ज कराने का फैसला किया है। हालांकि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्विट कर बताया कि इस मामले में असम से रीतोम सिंह को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन इसी बीच दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री को तलब किया है।
दिल्ली पुलिस का समन मिलने के बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को निशाना बनाया है। कर्नाटक के कलबुर्गी में एक चुनावी सभा में रेवंत रेड्डी ने कहा- चुनाव जीतने के लिए अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स विभाग का इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब मुझे पता चला है कि दिल्ली पुलिस भी तेलंगाना कांग्रेस के दफ्तर पर पहुंच गई है।
रेवंत रेड्डी ने आगे कहा- सोशल मीडिया पर किसी ने कुछ पोस्ट किया और वे लोग तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष और तेलंगाना के सीएम को गिरफ्तार करने चले आए। इसका मतलब है कि नरेंद्र मोदी अब चुनाव जीतने के लिए दिल्ली पुलिस का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। कोई भी उनसे डरने नहीं वाला है। हम उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे। जानकार सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस रेड्डी के फोन की भी जांच करेगी। गौरतलब है कि, रेवंत रेड्डी ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अमित शाह के फर्जी वीडियो को शेयर किया था। तेलंगाना कांग्रेस के आधिकारिक अकाउंट समेत पार्टी के कई नेताओं ने इस वीडियो को शेयर किया था। हालांकि, इनके सोशल मीडिया अकाउंट्स से यह पोस्ट अब हटा ली गई है।