रायबरेली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेठी और वायनाड के बाद अब रायबरेली से लोकसभा का चुनाव लड़ने पहुंचे हैं। शुक्रवार की सुबह पार्टी ने उनको सोनिया गांधी की इस सीट से उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया और दोपहर में उन्होंने नामांकन किया। उनके साथ सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा दोनों मौजूद थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित पार्टी के अनेक बड़े नेता उनके नामांकन समारोह में शामिल हुए। पिछले 25 साल से रायबरेली सीट पर कांग्रेस का कब्जा है, जिसमें 20 साल सोनिया गांधी सांसद रही हैं।
रायबरेली के साथ कांग्रेस ने अमेठी सीट पर भी उम्मीदवार की घोषणा की। गांधी परिवार के साथ बरसों से काम कर रहे किशोरी लाल शर्मा को इस सीट से टिकट दिया गया है। उन्होंने भी शुक्रवार को नामांकन किया। पहले माना जा रहा था कि राहुल गांधी अपनी पारंपरिक अमेठी सीट से चुनाव लड़ेंगे और रायबरेली सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा को उतारा जाएगा। कांग्रेस ने इन दोनों सीटों को लेकर जैसा सस्पेंस और जैसी हाइप बनाई थी उससे लग रहा था कि कुछ बड़ा होगा। लेकिन अंत में राहुल अमेठी छोड़ कर अपेक्षाकृत बेहतर सीट पर चले गए और अमेठी में परिवार के सहयोगी किशोरी लाल को उतारा।
बहरहाल, उम्मीदवारी की घोषणा के बाद शुक्रवार सुबह नौ बजे राहुल परिवार के साथ दिल्ली से रायबरेली के लिए रवाना हुए। साढ़े 10 बजे उनका विमान अमेठी व रायबरेली की सीमा पर स्थित फुरसतगंज एयरपोर्ट पर उतरा। एयरपोर्ट से सोनिया, राहुल और रॉबर्ट वाड्रा रायबरेली कांग्रेस कार्यालय पहुंचे, जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अमेठी गए। उन्होंने वहां किशोरी लाल के साथ रोड शो किया। इस मौके पर प्रियंका ने कहा- हम अमेठी में एक बार फिर सच्चाई और सेवा की राजनीति वापस लाना चाहते हैं। अब मौका आ गया है। ये आपका चुनाव है, आप लड़ेंगे, आप जिताएंगे।
नामांकन से पहले राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यालय में पूजा की। इसके बाद काफिले के साथ कलेक्टर के कार्यालय पहुंचे और नामांकन दाखिल किया। गौरतलब है भाजपा ने रायबरेली से योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है। पिछले चुनाव में भी दिनेश प्रताप ही इस सीट से चुनाव लड़े थे और सोनिया गांधी ने उनको एक लाख 70 हजार वोट के अंतर से हराया था। अमेठी से लगातार तीसरी बार स्मृति ईरानी लड़ रही हैं। पिछली बार उन्होंने राहुल गांधी को हराया था।
बहरहाल, राहुल गांधी के अमेठी छोड़ कर रायबरेली जाने के फैसले पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- राहुल गांधी राजनीति और शतरंज के मंजे खिलाड़ी हैं। सोच समझ कर दांव चलते हैं। ऐसा निर्णय पार्टी के नेतृत्व ने बहुत विचार विमर्श करके बड़ी रणनीति के तहत लिया है। उन्होंने लिखा- इस फैसले से भाजपा, उनके समर्थक और चापलूस धराशायी हो गए हैं। उनको समझ नहीं आ रहा अब क्या करें? रायबरेली सिर्फ सोनिया गांधी की नहीं, खुद इंदिरा गांधी की सीट रही है। यह विरासत नहीं जिम्मेदारी है, कर्तव्य है।