नई दिल्ली। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों की रविवार को लगातार दूसरे दिन नई दिल्ली में बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में देश के विकास के समन्वित प्रयास को लेकर चर्चा की। साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर की बनाने के उपायों के बारे में भी चर्चा हुई। दीनदयाल उपाध्याय रोड पर स्थित भाजपा मुख्यालय में हुई मुख्यमंत्रियों की दो दिन की बैठक का समापन रविवार को हुआ। इसमें भाजपा शासित राज्यों के 13 मुख्यमंत्री और 15 उप मुख्यमंत्री शामिल हुए।
रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों से कहा कि अगर केंद्र और राज्य सरकारें जन कल्याण के लिए समन्वित प्रयासों के साथ काम करें तो सरकार विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि विरासत का संरक्षण और विकास की विरासत का निर्माण विकसित भारत की अवधारणा के लिए महत्वपूर्ण है। सभी को इस ओर ध्यान देते रहना चाहिए। बैठक में कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने के लिए किए जा रहे विभिन्न प्रयासों, विकास कार्यक्रमों में जनभागीदारी बढ़ाने और लोगों तक सरकारी योजनाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने पर चर्चा की। बैठक के पहले दिन यानी शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि इन बैठकों के माध्यम से तीन विशिष्ठ उपलब्धियां मिलती हैं। उन्होंने कहा था- सबसे पहले हमें अपने सफल प्रधानमंत्री और अन्य वरिष्ठ नेताओं के विशाल अनुभव का लाभ मिलता है। दूसरा हमें अपने अनुभवों का आदान-प्रदान करने और कुछ नई जानकारी व नए आकलन प्राप्त करने का मौका मिलता है। तीसरा यह कि कुछ बेहतर करने की हमारी इच्छा मजबूत होती है।
बैठक में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नई शिक्षा नीति को लागू करने में राज्य सरकारों की भूमिका पर चर्चा की। कई राज्यों की चुनिंदा योजनाओं का भी जिक्र किया गया। उत्तर प्रदेश की ग्रामीण सचिवालय योजना और गुजरात द्वारा सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने के प्रयासों के बारे में खास तौर पर चर्चा हुई। चुनावी राज्यों महाराष्ट्र और हरियाणा की कुछ विशेष परियोजनाओं पर भी चर्चा की गई।