मुंबई। अमेरिका में राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप की शपथ के अगले दिन भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट हुई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई और निफ्टी दोनों में भारी गिरावट दर्ज की गई। एक दिन में शेयर बाजार में निवेशकों के सात लाख करोड़ रुपए डूब गए। मंगलवार, 21 जनवरी को बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक 1,235 अंक गिरा और 75,838 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी में भी 320 अंक की गिरावट रही, यह 23,024 पर बंद हुआ। जून 2024 के बाद यह पहला मौका है, जब निफ्टी 23 हजार के करीब बंद हुआ है।
इस भारी गिरावट के कारण बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियां की बाजार पूंजी करीब सात लाख करोड़ कम हो गई। बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों की पूंजी 424 लाख करोड़ रह गई है, जो सोमवार को 431 लाख करोड़ थी। मंगलवार को बैंकिंग, ऑटो और मेटल के शेयर ज्यादा गिरे। कमजोर तिमाही नतीजों के बाद जोमैटो के शेयर में करीब 11 फीसदी की गिरावट रही।
शेयर कारोबार के जानकारों का मानना है कि अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता गिरावट का एक बड़ा कारण है। हालांकि इसके अलावा वित्त वर्ष 2024-25 में कई कंपनियों के कमजोर नतीजे और विदेशी निवेशक के भारतीय बाजार से लगातार पैसा निकालने का असर भी बाजार पर दिख रहा है। हालांकि भारत के अलाला बाकी एशियाई बाजारों में बड़ी हलचल नहीं रही। जापान के निक्केई में 0.32 फीसदी की तेजी रही। वहीं कोरिया का कोस्पी 0.080 फीसदी और चीन का शंघाई कम्पोजिट इंडेक्स 0.054 फीसदी गिरकर बंद हुआ।