मुंबई महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर चल रहे आंदोलन के दौरान इसके समर्थन में खुदकुशी करने का सिलसिला थम नहीं रहा है। रविवार को एक और युवक ने आत्महत्या कर ली। मरने वाले की पहचान गंगाभीषण रामाराव के रूप में हुई है। वह बीड जिले के परली तालुका का रहने वाला था। इस जिले में पिछले दो दिन में आत्महत्या की यह दूसरी घटना है। पूरे राज्य में पिछले 11 दिनों में 13 लोग खुदकुशी कर चुके हैं। आरक्षण के समर्थन में शनिवार को एक पंचायत सदस्य ने खुदकुशी की थी। मरने वाले का नाम महेश कदम था। वह अहमदनगर की ढालेगांव तहसील का रहने वाला था।
इस बीच एनसीपी के शरद पवार गुट के महाराष्ट्र अध्यक्ष जयंत पाटिल, सांसद सुप्रिया सुले और विधायक जितेंद्र आव्हाड ने मराठा आरक्षण को लेकर राज्यपाल रमेश बैस से राजभवन में मुलाकात की है। उन्होंने इसे लेकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। दूसरी ओर मराठा आरक्षण के समर्थन में हिंगोली के शिव सेना एकनाथ शिंदे गुट के सांसद हेमंत पाटिल ने इस्तीफा दिया है। हालांकि, इस्तीफा अभी लोकसभा अध्यक्ष तक नहीं पहुंचा है, लेकिन इस्तीफे की चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
बहरहाल, बीड में 28 और 29 को हुई दो आत्महत्याओं से पहले 27 अक्टूबर को दो और लोगों ने खुदकुशी की थी। पुलिस ने बताया था कि बीड़ जिले के शत्रुघ्न काशिद और उस्मानाबाद जिले के बलिराम देवीदास साबले ने आत्महत्या की। गौरतलब है कि मराठा आरक्षण के लिए भूख हड़ताल कर रहे नेता मनोज जारांगे पाटिल ने 27 अक्टूबर को कहा था कि राज्य सरकार आरक्षण के विरोध में हैं। असल में महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग लंबे समय से की जा रही है। शिंदे सरकार ने सात सितंबर को मराठा आरक्षण पर एक कमेटी बनाई, जिसे रिटायर जज जस्टिस संदीप शिंदे लीड कर रहे हैं। कमेटी को रिपोर्ट जमा करने की सीमा बढ़ाकर 24 दिसंबर कर दी गई है।