आइजोल। पूर्वोत्तर के राज्य मिजोरम में विधानसभा की सभी 40 सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ। अंतरिम आंकड़े के मुताबिक राज्य के 77 फीसदी से ज्यादा लोगों ने वोट डाले। मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों पर मंगलवार सुबह सात बजे से शुरू हुई वोटिंग शाम चार बजे खत्म हो गई। इसके बाद भी बड़ी संख्या में लोग पोलिंग बूथ के अंदर पहुंच गए थे, जिन्होंने देर शाम तक मतदान किया। अंतरिम आंकड़ों के मुताबिक शाम चार बजे तक राज्य में 77.04 फीसदी मतदान हुआ।
अंतरिम आंकड़ों के मुताबिक सेरछिप में सबसे ज्यादा 77.78 फीसदी मतदान हुआ तो सियाहा में सबसे कम 52.02 फीसदी लोगों ने वोट डाले। राजधानी आइजोल में 65.06 फीसदी वोटिंग हुई। मिजोरम में 2018 के विधानसभा चुनाव में 81.61 फीसदी वोट पड़े थे। इस साल के भी वोटिंग के आंकड़े में अभी बदलाव होगा।
बहरहाल, राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति ने आइजोल साउथ में सुबह मतदान किया। मुख्यमंत्री जोरमथंगा सुबह सात बजे के करीब वोट डालने पहुंचे थे, लेकिन ईवीएम में खराबी के चलते लौट गए। चार घंटे बाद वापस आकर उन्होंने वोट डाला। वहीं, मिजोरम कांग्रेस के अध्यक्ष लालसावता ने दावा किया कि मिजोरम में हम पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। हम 22 सीट जीतने जा रहे हैं। जोरम पीपुल्स मूवमेंट के कार्यकारी अध्यक्ष और आइजोल नॉर्थ-तीन से पार्टी के उम्मीदवार के सपडांगा ने भी अपना वोट डाला। गौरतलब है कि सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट, जोरम पीपुल्स मूवमेंट और कांग्रेस ने सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारा है। वहीं, भाजपा ने 23 और आम आदमी पार्टी ने चार सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। 27 लोगों ने निर्दलीय चुनाव लड़ा। नतीजे तीन दिसंबर को आएंगे।