नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में आखिरकार चर्चा शुरू हुई। स्पीकर ने उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा पर बोलने के लिए अखिलेश को कहा तो उन्होंने आरोप लगाया कि Sambhal violence एक सोची समझी साजिश थी। अखिलेश यादव ने कहा- ‘संभल में जो घटना हुई, वह एक सोची समझी साजिश है। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव था। अफसरों पर एफआईआर होनी चाहिए।
मंगलवार को संसद के शून्यकाल के दौरान संभल हिंसा पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- अध्यक्ष महोदय, संभल इसलिए जाना जाता था कि वहां भाईचारे के साथ लोग रहते थे। वहां अभी से नहीं सदियों पुराना हजारों साल से लोग रहते आए हैं। अचानक जो घटना हुई है वह सोची समझी और रणनीति के तहत हुई है। Sambhal violence
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उन्होंने आगे कहा- वहां के भाईचारे को गोली मारने का काम हुआ है। भारतीय जनता पार्टी के समर्थक और शुभचिंतक बार बार जो खुदाई की बात कर रहे हैं, इस खुदाई से हमारा देश सौहार्द, भाईचारा और गंगा जमुनी तहजीब को खो देगा। उन्होंने कहा- यूपी का चुनाव पहले 13 तारीख को होना था और उसको बढ़ा कर 20 तारीख कर दिया गया। संभल शाही जामा मस्जिद के खिलाफ चंदौसी जिला अदालत में सिविल जज के सामने 19 नवंबर को एक याचिका दायर की गई। दूसरे पक्ष को सुने बिना कोर्ट ने उसी दिन सर्वे का आदेश दे दिया।