नई दिल्ली। वक्फ बिल पर विचार के लिए बनाई गई संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी की बैठक में लगातार दूसरे दिन हंगामा और विवाद हुआ। विपक्षी सांसदों ने मंगलवार को लगातार दूसरे दिन बैठक से वाकआउट किया। विपक्ष ने एक बार फिर आरोप लगाया कि जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल नियमों के मुताबिक काम नहीं कर रहे हैं। इसे लेकर विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर शिकायत की।
शिकायत करने वाले नेताओं में कांग्रेस सदस्य गौरव गोगोई, सैयद नसीर हुसैन, इमरान मसूद, डीएमके के नेता ए राजा और एमएम अब्दुल्ला, एमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी और तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी शामिल हैं। विपक्षी सांसदों का कहना है कि जगदंबिका पाल भाजपा का पक्ष लेते हैं। दूसरी ओर भाजपा सांसदों ने आरोप लगाया कि विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। एक दिन पहले सोमवार की मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कर्नाटक सरकार के खिलाफ एक प्रेजेंटेशन दिखाई गई थी, जिसके विरोध में विपक्ष ने वाकआउट किया था।
बैठक के दूसरे दिन यानी मंगलवार को एनडीए और विपक्ष सांसदों के बीच तीखी बहस हुई। मंगलवार को वक्फ संशोधन विधेयक की संसदीय समिति बैठक के दौरान विपक्ष ने भाजपा सांसदों पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। इसके बाद लगातार दूसरे दिन बैठक से बाहर चले गए।
वक्फ बोर्ड में महिलाओं को शामिल करने के प्रस्ताव को लेकर पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। भाजपा के निशिकांत दुबे, दिलीप सैकिया, अभिजीत गांगुली से तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी और कांग्रेस के गौरव गोगोई का विवाद शुरू हुआ। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक 28 जुलाई को पेश किया था। हालांकि, विपक्षी दलों ने आपत्ति की तो इसे आठ अगस्त को संयुक्त संसदीय समिति को भेज दिया गया था।