नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर समझौता होने के बाद अब दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की मुलाकात होने वाली है। आसियान के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए लाओस जा रहे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वहां अपने चीनी समकक्ष डोंग जून से मुलाकात करेंगे। गौरतलब है कि पिछले महीने पूर्वी लद्दाख में दोनों सेनाओं के पीछे हटने का समझौता हुआ था, जिसके बाद पिछले हफ्ते भारत और चीन के सैनिकों ने देपसांग और डेमचोक में गश्त फिर से शुरू कर दी। उसके बाद यह पहली मंत्री स्तरीय बैठक होगी।
गौरतलब है कि राजनाथ सिंह लाओस में 20 नवंबर से शुरू होने वाले 10 देशों के आसियान शिखर सम्मेलन की दो दिन की बैठक में हिस्सा लेने जा रहे हैं। इस दौरान उनकी डोंग से मुलाकात होगी। अप्रैल 2023 के बाद पहली बार दोनों देशों के रक्षा मंत्री मिलेंगे। अप्रैल 2023 में चीन के ली शांगफू शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली आए थे। इस बैठक को दोनों पक्षों का एक दूसरे पर भरोसा कायम करने के लिए महत्वपूर्ण उपाय के रूप में देखा जा रहा है।
असल में पिछले महीने रूस में शंघाई शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग की मुलाकात हुई थी। उससे ठीक पहले दोनों देशों के बीच सीमा समझौते का ऐलान हुआ था। उसके बाद लाओस में दूसरी बड़ी बैठक होगी। दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और अन्य प्रतिनिधियों की बैठक भी आगे होने वाली है। रक्षा मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि सीमा पर सैनिकों की वापसी यानी डिसएंगेजमेंट के बाद अब तनाव कम करने का काम होगा।