श्रीनगर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके को भारत का अभिन्न अंग बताते हुए कहा है कि इसके बिना जम्मू कश्मीर अधूरा है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा नेताओं ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था और कहा था कि अगर भाजपा तीसरी बार जीतती है तो पीओके भारत का हिस्सा बनेगा। बहरहाल, राजनाथ सिंह ने मंगलवार कहा कि पीओके का इस्तेमाल पाकिस्तान भारत विरोधी आतंकवादी गतिविधियों के लिए करता है।
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘पीओके और कुछ नहीं, बल्कि पाकिस्तान के लिए विदेशी जमीन है और इस जमीन का इस्तेमाल वह आतंकवाद फैलाने के लिए कर रहा है। पीओके में आतंकियों के लिए ट्रेनिंग कैंप चलाए जा रहे हैं’। रक्षा मंत्री ने मंगलवार को जम्मू कश्मीर के अखनूर में नौंवें आर्म्ड फोर्सेज वेटरंस डे के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीओके को लेकर यह दावा किया। उन्होंने कहा कि 1965 में अखनूर में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध लड़ा गया था। भारत ने पाकिस्तानी सेना के सभी प्रयासों को विफल कर दिया था।
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘अब तक भारत और पाकिस्तान के बीच जितने युद्ध हुए, उनमें भारत ने पाकिस्तान को हराया है। 1965 से ही पाकिस्तान ने भारत में अवैध घुसपैठ और आतंकवाद को बढ़ावा देना शुरू कर दिया था’। राजनाथ सिंह ने आगे कहा, ‘हमारे मुस्लिम भाइयों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। आज भी भारत में घुसने वाले 80 फीसदी से अधिक आतंकवादी पाकिस्तान से आते हैं’। उन्होंने कहा कि 1965 में ही सीमापार आतंकवाद खत्म हो सकता था, लेकिन तब की लाल बहादुर शास्त्री की अगुआई वाली केंद्र सरकार युद्ध में प्राप्त सामरिक लाभ को रणनीतिक लाभ में बदलने में असमर्थ रही।
इस मौके पर जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘पूर्व सैनिकों ने देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। आप वही लोग हैं, जिन्होंने अपने भविष्य या जीवन की चिंता किए बिना देश की सुरक्षा के लिए त्याग किया। अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम आपकी सेवा करें। यह हमारा कर्तव्य है कि हम सुनिश्चित करके कि आपको आरामदायक जीवन मिल सके। ऐसा करके ही हम कर्ज चुका पाएंगे’।