कजान। ब्रिक्स सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग के बीच दोपक्षीय वार्ता हो सकती है। प्रधानमंत्री मोदी के रूस रवाना होने से एक दिन पहले सोमंवार को विदेश मंत्रालय ने बताया था कि भारत और चीन के बीच लद्दाख में पेट्रोलिंग को लेकर समझौते पर सहमति बन गई है। साथ ही दोनों देश अप्रैल 2020 के बाद से बने तनाव को कम करने के फॉर्मूले पर भी सहमत हो गए हैं। इसके बाद मंगलवार को चीन ने भी कहा कि जरूरी मसलों पर समझौता हो गया है।
बहरहाल, चीन के साथ तनाव कम करने और सीमा पर सैनिकों के गश्त को लेकर समझौता होने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जिनफिंग की बातचीत हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो दो साल बाद दोनों नेता आपस में बातचीत करेंगे। दोनों के बीच आखिरी बार 2022 में इंडोनेशिया के बाली में जी20 सम्मेलन के दौरान मुलाकात हुई थी। हालांकि पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हुई ब्रिक्स सम्मेलन में भी दोनों नेता शामिल हुए थे।