चेन्नई। बिहार के उप मुख्यमंत्री और राजद के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को चेन्नई में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात की और उन्हें पटना में होने वाली विपक्षी पार्टियों की बैठक में शामिल होने के लिए मनाया। तेजस्वी से मिलने के बाद स्टालिन पटना में 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होने के लिए राजी हो गए। बताया जा रहा है कि अपनी सहयोगी कांग्रेस से स्टालिन नाराज हैं और इस वजह से वे विपक्षी बैठक से दूरी बना रहे थे। लेकिन तेजस्वी के खुद आकर न्योता देने के बाद वे राजी हो गए।
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मंगलवार को चेन्नई जाने वाले थे लेकिन ऐन मौके पर तबियत खराब होने की वजह से उनका कार्यक्रम टल गया और तेजस्वी को चेन्नई जाना पड़ा। बहरहाल, मंगलवार को चेन्नई पहुंचे तेजस्वी ने करुणानिधि कोट्टम के उद्घाटन और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा- यह महत्वपूर्ण है कि हम करुणानिधि के शासन के मॉडल की भावना को राष्ट्रीय स्तर पर आत्मसात करें। लालू और नीतीश के मार्गदर्शन में बिहार में सोशलिज्म, सेक्युलरिज्म और सोशल जस्टिस… हमारी प्राथमिकता है।
इसी कार्यक्रम के बाद तेजस्वी और स्टालिन की बैठक हुई। बैठक में क्या बातचीत हुई, इसकी जानकारी अभी नहीं दी गई है, लेकिन स्टालिन की ओर से विपक्षी एकता बैठक में शामिल होने की पुष्टि की गई है। गौरतलब है कि 23 जून को पटना में कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियों की बैठक होने वाली है। कांग्रेस की ओर से उसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी दोनों हिस्सा लेने वाले हैं। इसमें विपक्षी गठबंधन की रूप-रेखा तय की जाएगी।