नई दिल्ली। अमेरिका और ब्रिटेन के तीन अर्थशास्त्रियों को इस साल का इकोनॉमिक्स का नोबल पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। विजेताओं में तुर्की मूल के अमेरिकी डेरन एसेमोग्लू, ब्रिटिश मूल के अमेरिकी साइमन जॉनसन और ब्रिटेन के जेम्स ए रॉबिनसन शामिल हैं। इन्हें अलग अलग राजनीतिक और सामाजिक संस्थाओं के बनने और समाज की तरक्की पर उनके पड़ने वाले असर पर शोध के लिए यह सम्मान मिला है। हर साल नोबल पुरस्कार की घोषणा में सबसे अंत में अर्थशास्त्र के नोबल की घोषणा होती है। उससे पहले साहित्य का नोबल पुरस्कार घोषित किया जाता है।
बहरहाल, इस बार नोबल पुरस्कार से सम्मानित तीनों अर्थशास्त्रियों ने बताया है कि कैसे गरीब देश वर्षों की तरक्की के बावजूद अमीर देशों की तरह विकसित नहीं हो पाए हैं। इन्होंने समझाया है कि संसाधनों का बंटवारा कैसे होता है और समाज में फैसले करने की शक्ति किसके पास है। इस आधार पर अमीर वर्ग और आम जनता के बीच संघर्ष रहता है। इन्होंने बताया है कि कई बार जनता दबाव बना कर सत्ता से अपनी बात मनवाती है और कई बार अमीर सत्ताधारी वर्ग की यह मजबूरी होती है कि वे फैसला लेने का अधिकार जनता को सौंप दें।