चंडीगढ़। नायब सिंह सैनी ने सात महीने में दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। गुरुवार, 17 अक्टूबर को पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सैनी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अनेक केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे। सैनी के साथ 13 मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई। भाजपा ने मंत्रियों के चेहरे से पूरे प्रदेश का भौगोलिक और सामाजिक संतुलन बनाने का प्रयास किया है।
बहरहाल, सैनी हरियाणा के 19वें मुख्यमंत्री बने। हालांकि मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने वाले वे 11वें नेता हैं। उनके शपथ ग्रहण का बड़ा समारोह पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में हुआ। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए। उनके अलावा शपथ समारोह में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ साथ राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी जैसे वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रीर शामिल हुए। सैनी के शपथ समारोह में हिस्सा लेने के लिए 18 राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री भी पहुंचे थे। गौरतलब है कि नड्डा को एक दिन पहले बुधवार को अमित शाह की मौजूदगी में विधायक दल का नेता चुना गया था।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ 13 मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें सबसे ज्यादा पांच चेहरे अन्य पिछड़ी जाति से हैं। जाट, ब्राह्मण और अनुसूचित जाति वर्ग से दो दो मंत्री बनाए गए हैं। इसके अलावा पंजाबी, राजपूत और वैश्य बिरादरी से एक एक मंत्री बनाया गया है। चुनाव से कुछ दिन पहले ही कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुईं किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को भी मंत्री पद मिला है तो पहली बार चुनाव लड़ीं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को भी मंत्री बनाया गया है।
हरियाणा में नए बनाए मंत्रियों में वरिष्ठ नेता अनिल विज भी शामिल हैं, जो अपने को बार बार मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताते रहे थे। उनके अलावा कृष्णलाल पंवार, राव नरबीर, महिपाल ढांडा, विपुल गोयल और कृष्ण बेदी मंत्री बने हैं। ये सभी लोग पहले भी मंत्री रहे हैं। इनके अलावा रणबीर गंगवा के मंत्री बनाया गया है, जो भाजपा की पिछली सरकार में डिप्टी स्पीकर थे। नए चेहरों में अरविंद शर्मा, श्याम सिंह राणा, आरती राव, श्रुति चौधरी और गौरव गौतम पहली बार मंत्री बने हैं। भाजपा ने हरियाणा में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश की तरह उप मुख्यमंत्री बनाने का फॉर्मूला नहीं अपनाया। बहरहाल, नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री सैनी ने शुक्रवार, 18 अक्टूबर की सुबह कैबिनेट की पहली बैठक बुलाई है। मंत्रियों के विभागों का बंटवारा शुक्रवार को ही होगा।